सकलडीहा। सकलडीहा कोट निवासी एक महिला व एक अन्य ब्यक्ति के नाम से बलारपुर गांव के साढ़े चार बीघा से अधिक भूमि राजस्व अभिलेख में दर्ज है। उक्त भूमि पर सैकड़ों परिवार वर्षो से मकान बनाकर बसे हुए है। कुछ हिस्से पर भू स्वामी द्वारा एक अन्य ब्यक्ति को कब्जा दिलाये जाने को लेकर शनिवार को समाधान दिवस पर गुहार लगाया। एसडीएम के निर्देश पर कब्जा हटाने पहुंची तहसील और पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों के भारी विरोध पर वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने उक्त भूमि को आबादी बताते हुए पूर्व में खरीदने की बात कही। इस दौरान ग्रामीणों ने तहसील और पुलिस प्रशासन पर मिली मिली भगत का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी किया। तहसील मुख्यालय से चंद कदम दूरी पर बलारपुर गांव सैकड़ों वर्ष से बसा है। जहां अलग-अलग जातियों के सैकड़ों लोग मकान बनाकर रहते है। सकलडीहा कोट की एक महिला ने उक्त गांव के साढ़े चार बिगहा से अधिक भूमि का दावा करते हुए तहसील प्रशासन से कब्जा दिलाने की मांग किया। तहसील के लेखपाल और पुलिस प्रशासन पहली बार इतनी सक्रियता दिखाते हुए आबाद लोगों को हटाकर कब्जा दिलाने पहुंच गये। लेकिन सैकड़ों की संख्या में जुटी महिला और ग्रामीणों के भारी विरोध के आगे बैकफुट पर आना पड़ा। इस बाबत उपजिलाधिकारी अजय मिश्रा ने उक्त नम्बर भूमिधरी का होना बताते हुए है। अवैध कब्जा हर हाल में हटाने की बात कही है।