पड़ाव। क्षेत्र के चौरहट, जलीलपुर, सुजाबाद, दर्जनों गावँ सहित बाजारों में बेचीं जा रही है जानलेवा चायनीज मंझा। लगातार लोगों का गला काटने के साथ-साथ पशु पक्षियों की जान जा रही है। प्रत्येक साल विरोध करने के बावजूद भी बाजार में बिक रहे जानलेवा चाइनीज मंझे। अगर प्रशासन कुछ दिन पहले सचेत हुई होती तो शायद इतनी भारी मात्रा में चोरी छुपे से लेकर खुलेआम चायनीज मंझे पर कुछ हद तक रोक लग जाती। इस साल तो क्षेत्र में कही भी इस तरह कोई सूचना प्रशासन के तरफ नही मिली कि कही भी चायनीज मंझे को लेकर कोई अभियान चलाया गया। अदालती आदेश के रोक लगाने के बावजूद बाजार में चाइनीज मंझे की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। पिछले साल बहुत ज्यादा विरोध. प्रदर्शन के बाद एकाध बार छापे की कार्रवाई हुई थी। जिसमें प्रशासन को सफलता भी मिली थी। मगर इस बार कहानी ढाक के पात है। पतंग उड़ाने के दीवानों और बिक्री कर रहे दुकानदारों के आपसी सामंजस्य से इसकी बिक्री अभी भी खुलेआम से लेकर लुकाछुपी बदस्तूर जारी है। जिस पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम है। लोगों का कहना है कि बाजारों में धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बिक रहा है।