चन्दौली। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड एवं मानवीय दृष्टिकोण में संयुक्त तत्वाधान में आदिवासी बाहुल्य ब्लाक नौगढ़ के ग्राम केसर एवं नुनहट के 25 किसानों का दल तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण हेतु भारतीय सब्जी अनुसंधान केन्द्र, वाराणसी शैक्षणिक भ्रमण एवं प्रशिक्षण के लिए रवाना हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव मुख्य विकास अधिकारी चन्दौली एवं तनुजसेन जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड ने हरी झण्डी दिखाकर किसानों के दल को रवाना किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में बसन्त दूबे डी0डी0एग्री कल्चर, एस0पी0 सिंह सिनियर साइंटिंश कृषि विज्ञान केन्द्र चन्दौली उपस्थित रहें। किसानों का दल भारतीय सब्जी अनुसंधान केन्द्र में तीन दिवसीय 22 फरवरी से 24 फरवरी तक आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगा। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के माध्यम से किसानों को जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं सब्जी उत्पादन के अत्याधुनिक पद्धति हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा। साथ ही साथ मृदा स्वास्थ्य एवं रासायनिक उर्वरक एवं रासायनिक कीटनाशक के दुस्प्रभाव तथा जैविक खेती के द्वारा आय.सृजन एवं सब्जी की विभिन्न प्रजातियों एवं उसमें होने वाले रोगों पर भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकेंगे। साथ ही साथ खेती में लागत को कम करने के लिए जैविक कीटनाशक, जैविक उर्वरक जैसे. जीवामृत, बीजामृत, निवास्त्र, ब्रह्मास्त्र आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जायेगा। जिससे किसानों के खेतों में लागत कम होगी तथा गुणवत्तायुक्त उत्पाद प्राप्त होगा। कहा कि सरकार किसानों को अत्याधुनिक खेत करने पर जोर दे रही है। जिससे की किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सके। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षित होना बहुत जरुरी है। जब किसान प्रशिक्षित हो जायेंगे तो वे अपने जानकारी के माध्यम से खेती करेंगे जिसका उनको लाभ होगा। कार्यक्रम के दौरान मानवीय दृष्टिकोण सेवा समिति से संस्था सचिव नारायण पाण्डेय, समन्वयक राजेश पाठक, दिनेश सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।