नई दिल्ली, । लद्दाख सेक्टर की अपनी हालिया यात्रा में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने चीनी सीमा पर बढ़ते खतरे के मद्देनजर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इसके लिए भारतीय सेना की छह डिवीजनों को स्थानांतरित कर दिया है जो पहले आतंकवाद विरोधी भूमिकाओं में और पाकिस्तान के मोर्चे की देखभाल करने के लिए तैनात थी।
चीन के साथ सैन्य गतिरोध अब दो साल से अधिक समय से चल रहा है। चीन की सैनिकों ने मई, 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय चौकियों के खिलाफ बड़ी संख्या में सैनिकों को स्थानांतरित कर यथास्थिति को एकतरफा तरीके से बदलने का प्रयास किया था। उसके बाद से भारतीय सेना अपने बलों का पुनर्संतुलन और पुनर्गठन कर रही है, जो पहले उत्तरी सीमाओं से सामना की जाने वाली चुनौतियों की तुलना में पाकिस्तान के खतरे के लिए अधिक तैयार थे।