नई दिल्ली। चुनाव आयोग (Election Commission) ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पश्चिम बंगाल में पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र (Virendra) का ट्रांसफर कर दिया है। यहां अब आईपीएस पी, नीरजनयन को डीजीपी बनाया गया है। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि वीरेंद्र को अभी चुनाव से जुड़े किसी भी काम में नहीं लगाया जाएगा। चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश भेजा और कहा कि वीरेंद्र को तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिदेश के पद से हटाया जाए और उन्हें कोई भी ऐसा पद ना दिया जाए तो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुनावी कार्यों से जुड़ा हो।
बताया जा रहा है कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि कई राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग से वीरेंद्र की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि डीजीपी सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर झुके हुए हैं।
नंदीग्राम विधानसभा सीट है सबसे ज्यादा हॉट
बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता वर्सेज बीजेपी की लड़ाई पर देश भर की निगाहें टिक गई है। वहीं बंगाल में नंदीग्राम विधानसभा सीट को सबसे ज्यादा हॉट सीट माना जाता है। कारण राज्य की सीएम ममता बनर्जी अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर को बॉय-बॉय करके नंदीग्राम से ताल ठोंकने पहुंच गई है। जहां उनका मुकाबला कभी अपने ही रहे साथी शुभेंदु अधिकारी से हैं,जो बीजेपी के तरफ से मैदान में है। आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए बंगाल की शेरनी ममता ने दहारते हुए कहा कि बीजेपी हिंदू कार्ड यहां न खेंले। उन्होंने बीजेपी को सख्त लहजे में चेतावनी भी दी है।
सभी धर्मों के लोगों का वे सम्मान करती है ममता
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में कहा कि वे हमेशा से यहां के लोगों के सुख-दुःख में शामिल रही है। उन्होंने अपने याद को ताजा करते हुए कहा कि लोगों की हक की लड़ाई वे कभी अकेले लड़ी थी। जिसका गवाह आज भी नंदीग्राम देता है। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर बरसते हुए कहा कि आपलोगों के बीच में बांटो और राज करो वाले भी आएंगे। लेकिन किसी के बहकावे से दूर रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोगों का वे सम्मान करती है। कम से कम बीजेपी हिंदुओं का कथित ठेकेदार बनने की कोशिश नहीं करें। बंगाल में बीजेपी को जनता इस बार सबक सिखायेगी।
पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव आयोग की टीम
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल और असम में एक टीम भेजेगा जो इन दोनों राज्यों में होने वाले चुनावों में लोगों से किसान-विरोधी भाजपा को वोट न देने की अपील करेगी।