मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के जंतर मंतर पर सोमवार को आयोजित किसान महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े-बड़े नेताओं ने न केवल शिरकत की, बल्कि किसानों को संबोधित भी किया। वहीं, किसान महापंचायत से भारती किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत नदारद रहे।
जागरण संवाददाता के मुताबिक, जंतर-मंतर के दो किमी करीब आकर भी किसान नेता राकेश टिकैत प्रदर्शनस्थल पर नहीं पहुंचे। दरअसल, राकेश टिकैत दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए, लेकिन 2 किलोमीटर दूर किसान महापंचायत में जाने की जहमत नहीं उठाई।
यह अलग बात है कि किताब के विमोचन के दौरान राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगयाा कि वह अपने ही किए वादों को पूरा करने में विफल रही।
यहां पर बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने अपनी मांगो को लेकर सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर महापंचायत करने का ऐलान किया था।
महपंचायत के कारण महाजाम से जूझी जनता, अनुमति से 40 गुना पहुंची भीड़
बता दें कि दिल्ली के जंतर मंतर पर किसान महापंचायत के कारण दिल्ली-एनसीआर के लोग दिनभर भीषण जाम से जूझते रहे। दिल्ली के बार्डर से लेकर मध्य दिल्ली तक काफी देर तक लंबा यातायात जाम लगा। ऐसे में एनसीआर से दिल्ली पहुंचने में भी वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामने करना पड़ा।
सभी बार्डर पर चार घंटे जूझे लोग
गाजीपुर बार्डर व अक्षरधाम के पास एनएच-नौ व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिनभर जाम लगा। इसके साथ ही गाजीपुर बार्डर के पास पुलिस बैरिकेड लगाकर वाहनों की जांच करने के चलते जाम की नौबत आई। इसी तरह यूपी बार्डर पर भी लोग सुबह से जाम का सामना करते नजर आए। वहीं, दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर पर किसानों को रोकने के लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए थे। सिर्फ लोहे के बैरिकेड लगाए गए हैं, लेकिन वाहनों का आवागमन सामान्य दिनों की तरह ही हो रहा।