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जब पटना DM को बुलाकर बोले सीएम नीतीश, छात्रा को 3 साल बाद भी क्‍यों नहीं मिली छात्रवृत्ति?


पटना, ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सोमवार को कुल 54 मामले पहुंचे। इनमें से कई मामलों में मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई के लिए जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए। वहीं, कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने पटना के जिलाधिकारी को अपने पास बुलाया और सामने बैठी एक लड़की की ओर इशारा करते हुए कहा कि देखिए 2019 में इसने ग्रेजुएशन किया है, लेकिन अभी तक छात्रवृत्ति नहीं मिली है। इसे तुरंत दिखवाइए। इसके बाद छात्रा से कहा, शिक्षा विभाग को हमने कह दिया है। इन्हें लेकर जाइए। तुरंत राशि का भुगतान होना चाहिए।

महाविद्यालय के कमरे में जड़ रखा है ताला 

मुजफ्फरपुर से आई एक महिला ने गुहार लगाई कि वह जिस कॉलेज में काम करती है उसे सरकार से अनुदान मिलता है। कॉलेज के सचिव ने महाविद्यालय के दो कमरे में ताला जड़ दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया।

पेंशन बंद होने पर वृद्ध ने लगाई गुहार   

एक वृद्ध ने यह समस्या बताई कि जनवरी 2015 में ही वे सेवानिवृत्त हुए हैं। शुरू में उन्हें औपबंधिक पेंशन मिली पर 2019 से उसे भी बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारी को इसे देखने को कहा।

सड़क दुर्घटना में बेटे की मौत का नहीं मिला मुआवजा 

एक महिला ने गुहार लगाई कि पिछले दिनों सड़क दुर्घटना में उसके बेटे की मौत हो गई थी पर अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी को फोन कर इस दिशा में कार्रवाई का निर्देश दिया।

बाढ़ के दौरान पिता की मौत पर नहीं मिली कोई राशि

सीतामढ़ी से आए एक व्यक्ति ने कहा कि बाढ़ के दौरान घर लौटने के क्रम में उसके पिताजी की मौत डूबने से हो गई थी पर अभी तक कुछ नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी को फोन लगाकर कहा कि ऐसे मामलों में अनुग्रह राशि दिए जाने का प्रावधान है तो फिर क्यों नहीं मिल रहा। जवाब में यह बताया गया कि अभी तक शव नहीं मिला है। इस वजह से अनुग्रह राशि नहीं दी गई। इसी तरह एक मामला बाढ़ के दौरान सर्पदंश से हुई मौत का था।

दहेज उत्पीड़न का मामला पहुंचा

जनता दरबार में दहेज उत्पीड़न का भी एक मामला पहुंचा। एक महिला ने कहा कि 2014 में उसकी शादी हुई थी। कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक रहा पर बाद में दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किए जाने लगा। मामला गया से संबंधित था। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।