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जम्मू भागने की फिराक में था अमृतपाल, अमरीक को 20 बार की व्हाट्सएप कॉल


चंडीगढ़, । भगोड़े अमृतपाल सिंह की तलाश रविवार को नौवें दिन भी पुलिस को कोई खास कामयाबी नहीं मिली, लेकिन अलगाववादी के फरार होने में मदद करने वाले आरोपितों से पूछताछ जारी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि अमृतपाल जम्मू भागना चाहता था और इसके लिए उसने जम्मू में रह रहे पपलप्रीत के जीजा अमरीक सिंह को करीब 20 बार व्हाट्सएप काल की थी। हालांकि अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।

अमृतपाल को शाहाबाद जाने के लिए स्कूटी देने वाली पटियाला की बलबीर कौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस बीच, अमृतपाल के गनमैन तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा को पनाह देने वाले एक व्यक्ति को खन्ना से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जम्मू के अमरीक से पूछताछ में पता चला है कि पपलप्रीत और अमृतपाल ने उसे व्हाट्सएप कॉल की थी।

अमरीक और उसकी पत्नी से हो रही पूछताछ

अमरीक और उसकी पत्नी सर्बजीत कौर को शनिवार को जम्मू पुलिस ने हिरासत में लेकर पंजाब पुलिस को सौंपा था। सर्बजीत कौर पपलप्रीत की फुफेरी बहन है। गोरखा बाबा के मोबाइल फोन से मिले व्हाट्सएप ग्रुपों के नंबरों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। जिन लोगों के यह नंबर हैं उनसे संपर्क किया जा रहा है। अमृतसर में अमृतपाल के गिरफ्तार साथी सुखप्रीत सिंह सुक्खा से भी पूछताछ जारी है।

बलवंत सिंह ने दी थी अमृतपाल को पनाह

खन्ना पुलिस ने गोरखा बाबा को पनाह देने के आरोप में गांव कुहली के बलवंत सिंह को गिरफ्तार किया है। गोरखा बाबा ने बलवंत की कोठी में पनाह ली थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फिलहाल बलवंत सिंह के अमृतपाल के साथ सीधे संपर्क की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। बलवंत सिंह एक किसान यूनियन का सक्रिय सदस्य बताया गया है और गोरखा बाबा के खिलाफ दर्ज शराब तस्करी के मामले में बलवंत सिंह सह आरोपित था।

गोरखा बाबा से पुलिस कर रही पूछताछ

गोरखा बाबा के एक अन्य साथी समराला के गांव मानुपुर के ईश्वर सिंह को भी कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। वह अजनाला हिंसा में शामिल था। खन्ना की एसपी (आइ) डा. प्रज्ञा जैन ने कहा कि गोरखा बाबा और बलवंत सिंह से पूछताछ की जा रही है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी की गोरखा से पूछताछ खन्ना सीआइए स्टाफ में गोरखा बाबा से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। रविवार को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने भी पूछताछ की। यह पता करने की कोशिश हो रही है कि उसने अमृतपाल की आनंदपुर साहिब फौज (एकेएफ) में शामिल होने के लिए किन युवाओं से संपर्क किया था।

इन राज्यों में की जा रही है तलाश

आइजी (हेड क्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि उत्तराखंड, जम्मू और मध्य प्रदेश के अलावा कुछ अन्य राज्यों में भी अमृतपाल और पपलप्रीत की तलाश की जा रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।