नई दिल्ली, एएनआइ। संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को नागपुर में ज्ञानवापी मसले पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मामला चल रहा है। हम इतिहास नहीं बदल सकते हैं। इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और ना ही मुसलमानों ने। इस्लाम हमलावरों के जरिए बाहर से आया। हमलों में भारत की आजादी चाहने वालों का मनोबल गिराने के लिए देवस्थानों को तोड़ा गया था…
अदालत जो भी फैसला दे उसे करें स्वीकार
RSS प्रमुख (Mohan Bhagwat) ने कहा कि मेरे मन में कोई बात हो तो उठ जाती है। यह किसी के खिलाफ नहीं है। इस मसले पर आपसी सहमति से रास्ता तलाशा जाना चाहिए। लोग अदालत का दरवाजा खटखटाते हैं। यदि ऐसा किया जाता है तो अदालत जो भी फैसला दे उसे स्वीकार करना चाहिए। हमें अपनी न्यायिक प्रणाली को पवित्र और सर्वोच्च मानते हुए निर्णयों का पालन करना चाहिए। हमें इसके फैसलों पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।