नई दिल्ली, । भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के तौर पर रवि शास्त्री का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो गया था। अब उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि उनके भारतीय टीम के मुख्य कोच रहते कौन सा दिन सबसे कठिन दिन था। भारत के कोच रहते हुए टीम इंडिया ने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन टीम बड़े मोर्चों पर फेल भी रही है। भारत ने उनकी कोचिंग में साल 2019 का विश्व कप सेमीफाइनल, 2021 के आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और इसी साल टी20 वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन देखा है, लेकिन उनका मानना है कि एक कोच के तौर पर उनके लिए सबसे कठिन दिन वो था, जब टीम इंडिया 36 रन पर ढेर हो गई थी।
रवि शास्त्री ने द वीक को दिए इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में बताया, “देखिए, कोच फायरिंग लाइन में है; कोई विकल्प नहीं है। यही काम की विडंबना है। आपको पहले दिन से ही तैयार रहना होगा। मुझे पता था कि बचने का कोई रास्ता नहीं होगा। 36 पर आल आउट (दिसंबर, 2020 में एडिलेड डे/नाइट टेस्ट में) सबसे खराब पल था। हमारे हाथ में (दिन की शुरुआत में) नौ विकेट थे और फिर हमें 36 रन पर समेट दिया गया। बस इतना करना था कि 80 से अधिक रन बनाने थे (खेल में बने रहने के लिए), लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम सब सुन्न थे। हम कई दिनों से सदमे की स्थिति में थे कि ऐसा कैसे हो सकता है?”
उन्होंने इस बारे में आगे बताया, “यह सिर्फ मेरे लिए ही खराब दिन नहीं था। मैं सबसे पहले अपना हाथ ऊपर उठाऊंगा और कहूंगा कि मैं एक जिम्मेदार था, ईंट-पत्थर ले लो; छिपने के लिए कोई जगह नहीं है। मैंने लड़कों से कहा कि वे इस पर ध्यान दें कि वे क्या कर सकते हैं। लड़के अविश्वसनीय थे। 36 पर आल आउट होने के एक महीने बाद 19 जनवरी को हमने सीरीज जीती थी। मैं अब भी सोच रहा हूं कि ऐसा कैसे हो गया? मैं वादा करता हूं, जब तक मैं जिंदा रहूंगा, लोग उस सीरीज की जीत की बात करेंगे।”