मुंबई : अगर आप किसी बार, रेस्टोरेंट, होटल में जाते और अपना क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड वहां के कैशियर या वेटर को बड़ी आसानी से दे देते है तो अब ऐसा करने से पहले 100 बार सोचे लें वर्ना आपकी गाढ़ी कमाई कोई उड़ा ले जाएगा। मुंबई पुलिस ने एक ऐसे ही गैंग का पर्दाफाश किया है जो मुंबई के बार में बतौर कैशियर व वेटर काम किया करते थे और मौका मिलते ही एटीएम कार्ड क्रेडिट कार्ड ग्राहक से मिलने के बाद उसको क्लोनिंग कर लेते थे। उसके बाद कार्ड से जुड़ी सारी जानकारी मिलने के बाद बिहार से उनके अकाउंट से पैसे को निकाल लिया जाता था।
मुंबई पुलिस को ऐसी कई शिकायतें मिल रही थी कि मुंबई के वेस्टर्न सबर्ब इलाके में स्थित कुछ बियर बार में गए ग्राहकों को इस तरह ठगा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला मालाड पुलिस ने सुलझाया है। मलाड व बोरिवाली इलाके में स्थित तीन बियर बारों से 1 कैशियर सहित 2 वेटर को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 3 क्लोनिंग मशीन, 2 लैपटॉप, एटीएम कार्ड ,उनके पिन नम्बर कागज पर लिखे हुए बरामद किए गए है।
मुंबई के मलाड इलाके में स्थित राकेश विश्वकर्मा नामक एक पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके उसके पास एटीएम कार्ड होने के बावजूद उसके बैंक अकाउंट से किसी ने एक लाख रुपये निकाल लिए। इस मामलें की जांच में जुटी मलाड पुलिस की सायबर सेल ने जांच शुरू की। शिकायकर्ता ने कहाँ कहाँ एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया था उसकी जानकारी इक्ठा करनी शुरू की।
इसी दौरान जांच में पता चला कि बोरीवली ईस्ट के जश्न बार में कैशियर के तौर पर काम करने वाला 24 वर्षीय धर्मन्द्र कुमार सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की इसके पास से एटीएम स्वैप मशीन में लगाए जाने वाला क्लोनिंग मशीन बरामद हुआ।
मलाड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी धनंजय लिगाड़े के मुताबिक कड़ी पूछताछ करने के बाद आरोपी के पास से एक अन्य क्लोनिंग मशीन बरामद हुआ। आरोपी सिंह ने एक और दूसरे बार में काम करने वाले वेटर के बारे में बताया कि उसके पास भी एक क्लोनिंग मशीन है।
पुलिस ने जब इन दोनों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो एक और नाम सामने आया जो कि इनका ही साथी था पुलिस ने इसके पास से 5 ब्लैंक डेबिट कार्ड एक लैपटॉप सहित अलग अलग ग्राहकों के कार्ड के पिन नम्बर लिखी हुई कागज की पर्चियां बरामद की है।
पुलिस को जांच में पता चला है कि शिकायकर्ता के पैसे 5 बार में 20 -20 हजार करके निकाले गए थे बिहार से । पुलिस ने तीनों को धारा 419,420 के अलावा 66 (क) (ड) के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में तीनों को पेश किया जहां कोर्ट ने 7 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।