- अफ़ग़ानिस्तान में राजनयिक और कर्मचारियों को देश से बाहर ले जाने के लिए अमेरिकी सेना की टुकड़ियां वहाँ पहुंच रही हैं.
दूसरे कई देश भी अपने दूतावास में मौजूद कर्मचारियों को लेकर चिंतित हैं और उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश में हैं.
इसी बीच तालिबान अपनी बढ़त बना रहा है और कई देशों को अपने कर्मचारियों को वापस लाने में दिक्क़तें भी हो रही हैं.
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शहरों पर शुक्रवार को कब्ज़ा कर लिया. सरकारी सुरक्षाबल तालिबान के लड़ाकों का मुकाबला नहीं कर पाए और अब क़यास लगाए जा रहे हैं कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पर भी जल्द ही तालिबान कब्ज़ा कर लेगा.
एक सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को पुष्टि की कि दक्षिण के आर्थिक केंद्र कंधार पर तालिबान का कंट्रोल हो गया है.
तालिबान लड़ाके काबुल की सीमा से लगी लोगार की प्रांतीय राजधानी फूल-ए-आलम में भी घुस गए हैं.
लोगार से काबुल सिर्फ़ 50 किलोमीटर दूर है और यहाँ से काबुल केवल दो घंटे में पहुंचा जा सकता है.