काबुल, अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी की अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत के बाद अब तालिबान और पाकिस्तान में छिड़ गई है। तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री ने रविवार को आरोप लगाया कि हमले के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका को अपना हवाई क्षेत्र मुहैया कराया था।
तालिबान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब ने रविवार को काबुल में एक प्रेस वार्ता में कहा कि हमारी सूचना के अनुसार, अमेरिकी ड्रोन पाकिस्तान के जरिये अफगानिस्तान में घुसा था। याकूब ने कहा कि हमने पाकिस्तान से अपने वायु क्षेत्र का प्रयोग अफगानिस्तान के खिलाफ न होने देने के लिए कहा है। वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस बयान पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि इससे पहले पाकिस्तान जुलाई में अमेरिकी ड्रोन हमले को लेकर अपनी संलिप्तता या किसी पूर्व जानकारी से इन्कार कर चुका है। काबुल में हुए इस हमले में अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया था।
बता दें कि अल कायदा का सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया था। यमन में अमेरिकी युद्धपोत पर हमला, केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों में बम ब्लास्ट और फिर 11 सितंबर, 2011 को अमेरिका के ही हवाई जहाजों को अगवा करके उन्हें हथियारों की तरह इस्तेमाल किया गया। इन हमलों में हजारों लोगों को जानें गईं, इन सबका कारगुजार, मास्टरमाइंड और आतंकवादी संगठन अल कायदा का सरगना अल जवाहिरी लगभग 21 साल बाद मारा गया। उसकी मौत पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान, काबुल में कामयाब हवाई हमला किया, जिसमें अल कायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया।
बिन लादेन 2001 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मारा गया था। उसे भी अमेरिकी फौजों ने आधी रात को हुए एक सर्जिकल स्ट्राइक में ढेर कर दिया था, लेकिन अमेरिका की नजर में इंसाफ अभी अधूरा था। इन गुनाहों में उसका बराबर का हिस्सेदार, पेशे से सर्जन और मिस्र का नागरिक अयमान अल जवाहिरी आजाद था। बिन लादेन के बाद अल कायदा की कमान उसके हाथों में थी।





