अमरोहा। शिव इंटर कालेज गजरौला के प्रधानाचार्य छात्राओं से कहते थे, अकेले में मिला करो, हम पास करा देंगे। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि वह कहते हैं कि तुम रोज मेरे सपनों में आती हो। डीआइओएस की दखल के बाद इंटर की छात्राओं की शिकायत पर अब कार्रवाई शुरू हुई है। कालेज के प्रबंधक ने नोटिस देकर आरोपित प्रधानाचार्य से जवाब तलब किया है।
शिक्षा के मंदिर में प्रधानाचार्य शलभ भारद्वाज पर लगे घिनौने आरोपों का प्रकरण अब तूल पकड़ने लगा है। शिव इंटर कालेज की दो छात्राओं ने अलग-अलग पत्र देकर प्रधानाचार्य पर आरोप लगाया है कि जब वह डांस क्लास में गई थी तो प्रधानाचार्य ने उसे रोक लिया।
उससे बोले- तू मेरी फेवरेट है पर, तू मेरे पास नहीं आती। फेल होने की चिंता मत कर मैं जैसा कह रहा हूं, वैसा कर। पैसे की भी चिंता मत कर। यह भी कहा, क्या कभी तेरा मन नहीं करता मेरे पास आने का। इसके अलावा इस तरह की अन्य अश्लील भाषा का प्रयोग भी किया।
नेताओं ने डाला दबाव
दोनों की ओर से कालेज के प्रबंधक को शिकायत भी मिल गई। मगर कुछ नेताओं के दबाव में कार्रवाई के बजाय प्रकरण पर परदा डाल दिया गया।
डीआइओएस ने कालेज प्रबंधक को कड़ा पत्र लिखकर इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट व की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इसके बाद शुक्रवार को प्रबंधक सुभाष चंद्र शर्मा ने आरोपित प्रधानाचार्य को नोटिस देकर एक दिन में अपना स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
प्रबंधक ने बताया कि स्पष्टीकरण मिलते ही अगली कार्रवाई शुरू की जाएगी। वहीं आरोपित प्रधानाचार्य ने अपने ऊपर लगे आरोपों को मनगढ़ंत बताया है।
महिला शिक्षक की शिकायत पर जांच कमेटी गठित
फरवरी में आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान शिव इंटर कालेज में अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के रूप में एक महिला शिक्षक की तैनाती की गई थी। उसका भी आरोप है कि ड्यूटी के दौरान कालेज के प्रधानाचार्य शलभ भारद्वाज ने उसके साथ अमर्यादित व्यवहार किया। डीआइओएस विष्णु प्रताप सिंह ने बताया कि महिला शिक्षक की शिकायत पर तीन प्रधानाचार्यों की जांच कमेटी गठित की गई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी प्रधानाचार्य पर हो चुका है हमला
आरोपित प्रधानाचार्य शलभ भारद्वाज ने कुछ वर्ष पूर्व धनौरा में जेएनएस कश्मीरी गर्ल्स डिग्री कालेज खोला था। आरोप है कि वहां भी उन पर छेड़छाड़ के आरोप लगे थे। इसी क्रम में कुछ लोगों ने उनकी पिटाई करते हुए जानलेवा हमला भी किया था। इसमें प्रधानाचार्य की ओर से मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। बाद में यह कालेज बंद हो गया।