नई दिल्ली, तुर्किये और सीरिया में बीते दिनों आए भूकंप के चलते हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। अकेले तुर्किये ने अपने 15000 से ज्यादा लोगों को खो दिया है। भूकंप इतना खतरनाक था कि कई हजार इमारतें और कई सड़कें धराशायी हो गईं। तुर्किये (Turkey Earthquake) में चारों ओर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है, लोग अभी तक गिरी हुई इमारतों के नीचे दबे हैं। इस बीच, जानकारों की मानें तो तुर्किये इस भूकंप के कारण करीब 10 फीट खिसक गया है। आइए जानें आखिर इससे देश पर क्या असर पड़ेगा और किन अन्य देशों पर ऐसा खतरा है…
तुर्किय 3 मीटर तक कैसे खिसक गया
तुर्किये की जमीन 7.8 तीव्रता वाले भूकंप के 1 मिनट तक आने के चलते करीब 3 मीटर तक खिसक गई है, लेकिन ऐसा क्यों हुआ है वो हम समझाएंगे। दरअसल, यह सब टेक्टोनिक प्लेट्स के खिसकने के कारण है। तुर्किये 4 टेक्टोनिक प्लेट्स पर बसा है और उसका सबसे बड़ा हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर टिका है। इटली के सीस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी के अनुसार तुर्किये का बड़ा हिस्सा यूरेशियन और अफ्रीकी प्लेट्स के बीच में फंसा है और इसी के चलते जैसे ही भूकंप आया दोनों प्लेट्स 225 मील तक खिसक गईं है, जिससे जमीन में भी बदलाव आया है।
तुर्किये पर क्या होगा असर
दरअसल, भूकंप की तीव्रता तेज होने के चलते माना जा रहा है कि टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधियां ज्यादा भीषण हुईं है। तुर्किये के 3 मीटर तक खिसक जाने के चलते उसकी इमारतों, सड़कों, पानी की पाइपलाइल और नदियों तक की दिशा बदल जाने की आशंका है।
कैसे खिसक जाती है जमीन
जानकारों की मानें तो भूकंप की तीव्रता के अनुसार जमीन खिसक जाती है। अगर तीव्रता ज्यादा हो ज्यादा मील जमीन खिसकने की बात सामने आती है। डरहम विश्वविद्यालय में संरचनात्मक भूविज्ञान के प्रोफेसर डॉ बॉब होल्ड्सवर्थ की माने तो 6.5 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से लगभग एक मीटर तक जमीन खिसक जाती है, वहीं अगर भूकंप इससे ज्यादा हो तो 10 से 15 मीटर तक जमीन खिसक सकती है।
तुर्किये में अब तक 15000 से ज्यादा की मौत
तुर्किये में भूकंप के चलते मरने वालों का आंकड़ा 15000 से ज्यादा हो गया है। इमारतों के बड़े स्तर पर धराशायी होने के चलते अभी कई लोग दबे होने की आशंका है, जिससे मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।