- आरसीपी सिंह ने कहा, ” चिराग और तेजस्वी दोनों की पृष्ठभूमि करीब-करीब एक ही है. चिराग के पिता दिवंगत नेता रामविलास पासवान गांव के पगडंडियों से राजनीति में आये थे. लेकिन इनकी राजनीति की शुरुआत ही जनपद यात्रा से हो रही है.”
पटना: कोरोना काल में लंबे समेय के बाद दिल्ली से पटना लौटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बीते दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर का दौरा करने पहुंचे थे. राघोपुर में उन्होंने ये दावा किया था कि आने वाले तीन महीनों में बिहार की सरकार गिर जाएगी. तेजस्वी के इस बयान पर विवाद जारी है. सत्ताधारी दल के नेता लगातार नेता प्रतिपक्ष पर हमलावर हैं. इसी क्रम में रविवार को जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरसीपी सिंह ने भी तेजस्वी के बयान पर पलटवार किया है.
आरसीपी सिंह ने कहा, ” सरकार जनता के भरोसे पर बनाई जाती है. जनता वोट देती है, बहुमत आता है, तब सरकार बनती है. तो गिरना और बनना एक बार ही होता है. कई बार हमने कहा है कि हमारे पास बहुमत है और हम पांच साल तक सरकार चलाएंगे.”
‘कार्तिक में नहीं गिरते आम’
उन्होंने कहा, ” नेता प्रतिपक्ष को अपने एजेंडे के साथ जनता के बीच जाना चाहिए. वो उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार गिर जाएगी, लेकिन ऐसे समझिए कि अभी आम का सीजन है और ये एक माह में समाप्त भी हो जाएगा. अब अगर आप कार्तिक महीने में पेड़ से आम गिरने का उम्मीद करें, तो ये हास्यास्पद है क्योंकि आम अपने सीजन में ही होगा. इसी तरह लोकतंत्र में बहुमत का सीजन चुनाव के समय होता है और अब चुनाव समाप्त हो चुका है.”
आरसीपी सिंह ने कहा, ” 2024 में लोकसभा और 2025 में विधानसभा चुनाव आएगा. नेता प्रतिपक्ष को इसकी तैयारी करनी चाहिए. उसके लिए एक अल्टरनेटिव एजेंडा लेकर जनता के बीच जाना चाहिए. नीतीश कुमार ने क्या काम किया और हमें मौका मिलागा तो हम क्या करेंगे, उन्हें तो ये सब बोलना भी नहीं चाहिए. उन्हें तो अपने विधायकों को समझाना चाहिए कि जरा शांत रहें, ताकि उन्हें लगे कि अभी भी उम्मीद कायम है पर उन्हें तो नाउम्मीदी ही रहना पड़ेगा.”