पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे दिनकर गुप्ता 2021 के सितंबर माह में चरणजीत चन्नी की सरकार बनने के छुट्टी पर चले गए थे। जब उनकी डीजीपी के रूप में नियुक्ति हुई थी तो वह भी काफी विवादों में रही थी। उनको डीजीपी उस समय लगाया गया जो उनसे दो सीनियर अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा और सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय उस समय सेवा में थे, लेकिन सरकार ने यूपीएससी को जो पैनल भेजा उसमें मुस्तफा और चट्टोपाध्याय का नाम शामिल नहीं था।
यूपीएससी ने दिनकर गुप्ता सहित तीन नाम क्लियर कर दिए लेकिन मुस्तफा और चट्टोपाध्याय बाहर रह गए। दाेनों ने ही यूपीएससी के इस फैसले को केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल में चुनौती दी और वहां उन्हें राहत मिली लेकिन हाई कोर्ट ने कैट का फैसला रद कर दिया।