- नई दिल्ली। आयुर्वेद बनाम एलोपैथी विवाद के बीच अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया है। याचिका में रामदेव को पतंजलि के कोरोनिल टैबलेट के बारे में झूठे बयान और जानकारी फैलाने से रोकने की मांग की गई है।
योग गुरू रामदेव पर आरोप लगा है कि वो पतंजलि की दवा कोरोनिल को लेकर झूठे दावे और बयानबाजी कर जनता के बीच भ्रम पैदा कर रहे हैं। कोरोनिल पर बाबा रामदेव द्वारा किए जा रहे भ्रामक प्रचार को रोकने के लिए हाईकोर्ट में केस दर्ज किया गया है। इस मामले की सुनवाई जा ही होगी। इस केस की सुनवाई न्यायमूर्ति सी हरिशंकर करेंगे।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज की थी। ये एफआईआर 22 मई को बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी को स्टूपिड साइंस कहने के खिलाफ दर्ज की गई थी।
स्वामी रामदेव ने दिया था ये बयान
दरअसल स्वामी रामदेव ने कहा था कि कोरोनिल समेत पतंजलि की तमाम दवाएं साइंटिफिक रिसर्च के बाद तैयार की गई हैं। विश्व के टॉप जनरल्स में शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं। अगर हमने आई.एम.ए. से वैलिडेशन नहीं कराया, तो क्या इस पर आपत्ति है। हमने उनको पत्र नहीं लिखा, पैसे नहीं दिए। उन्होंने कहा कि एलोपैथी कोई धंधापैथी नहीं है।
रामदेव ने कहा कि उनकी डाक्टरों से कोई लड़ाई नहीं है। जो भी एक दो हजार डॉक्टर उनके यहां आना चाहते हैं, आ जाएं। उनकी निशुल्क व्यवस्था करेंगे। जिनके पास किराया नहीं है, उनको किराया भाड़ा भी देंगे। उनका बीपी, शुगर, थायराइड क्योर करके देंगे जिन्हें वे केवल कंट्रोल कर पाते हैं। किसी से एक चवन्नी नहीं लेंगे। कुछ लोगों को केवल भगवा कपड़े से आपत्ति है।