प्रधानमंत्री बोले-तीर्थाटन में रेल नेटवर्क ने खींची बड़ी लकीर, धर्म के साथ अब काशी बनी पूर्वांचल की हेल्थ कैपिटल
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बढ़ता रेल नेटवर्क और उसमें वंदे भारत ट्रेन की बढ़ती श्रृंखला यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। वंदे भारत ट्रेन और इसको बनाने में दिनरात एक करने वाले भारतीयों पर पूरे राष्ट्र को गर्व है। वह वाराणसी में चार नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद विशिष्टजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वंदे भारत से तीर्थाटन के साथ अर्थव्यवस्था को भी नई संजीवनी मिली है। काशी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बनारस अब स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी पूर्वांचल की हेल्थ कैपिटल बन गया है। पहले मरीजों को इलाज के लिए मुंबई जाना पड़ता था, लेकिन अब शहर में ही अत्याधुनिक अस्पताल, कैंसर सेंटर, आयुष्मान भारत और जन औषधि केंद्रों से लोगों को राहत मिल रही है। उन्होंने कहा कि काशी में रहना, काशी आना और यहां जीना अब सबके लिए विशेष अनुभव बन गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि शहर में सड़कों, गैस पाइपलाइन, स्टेडियम, और रोपवे जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट तेजी से पूरे हो रहे हैं।
सांसद के रूप में मुझे गर्व है कि मेरे शहर के बच्चे इतने प्रतिभाशाली

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान काशी के बच्चों की प्रतिभा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों के उद्घाटन के दौरान विद्यार्थियों ने विकसित भारत पर सुंदर कविताएं और चित्र प्रस्तुत किए। काशी के सांसद के रूप में मुझे गर्व है कि मेरे शहर के बच्चे इतने प्रतिभाशाली हैं। मैं चाहता हूं कि इन बच्चों का कवि सम्मेलन काशी में कराया जाए और कुछ बच्चों को पूरे देश में ले जाया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में काशी की भूमिका अग्रणी रहेगी। हमें काशी की ऊर्जा और गति बनाए रखनी है, ताकि भव्य काशी, समृद्ध काशी का सपना साकार हो सके।
काशी की भव्यता और समृद्धि बढ़ती रहे

वाराणसी के विकास की गति और ऊर्जा को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि शहर की भव्यता और समृद्धि तेज़ी से बढ़ती रहे, पीएम मोदी ने अपने संबोधन के अंत में यह दृष्टिकोण व्यक्त किया कि दुनिया भर से आने वाले प्रत्येक आगंतुक को बाबा विश्वनाथ की पवित्र नगरी में एक अनोखी ऊर्जा, उत्साह और आनंद का अनुभव होना चाहिए। मोदी ने ध्वजारोहण समारोह में उपस्थित छात्रों से मुलाकात का भी जिक्र किया। उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों के शुभारंभ के दौरान छात्रों के बीच प्रतियोगिता आयोजित करने की परंपरा शुरू करने के लिए अश्विनी वैष्णव की प्रशंसा की।





