नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया के बाद भारत इस साल दो और विकसित देश ब्रिटेन और कनाडा के साथ व्यापार समझौता कर सकता है। इन दोनों देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर वार्ता शुरू हो चुकी है। ब्रिटेन के साथ तो दो चरण की व्यापार वार्ता पूरी भी हो चुकी है और इस महीने तीसरे चरण की वार्ता शुरू हो सकती है। इस महीने वाणिज्य सचिव के नेतृत्व में एक दल ब्रिटेन का दौरा कर रहा है। वहीं कनाडा के साथ भी व्यापार वार्ता की शुरुआत हो चुकी है।
विकसित देशों से व्यापार समझौता होने से भारत के निर्यात में और तेज गति से बढ़ोतरी होगी जिससे आर्थिक विकास की दर भी तेज होगी। विकसित देशों की खरीदारी क्षमता अधिक होती है और उनकी अर्थव्यवस्था का आकार बड़ा है। व्यापार समझौता से भारतीय वस्तुएं उनके बाजार में शुल्क मुक्त हो जाएंगी जिससे भारतीय वस्तुएं उनके बाजार में सस्ती हो जाएंगी और उनकी मांग में बढ़ोतरी होगी।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कई बार सार्वजनिक रूप से यह कह चुके हैं कि कोई भी देश विकसित तभी बन सकता है जब विदेशी व्यापार में उसकी हिस्सेदारी अधिक होगी। इस प्रकार के व्यापार समझौते से विदेश व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों के साथ व्यापार समझौते में अलग-अलग बातों व शर्तों को ध्यान में रखा जा रहा है।