भारत और इंग्लैंड (India vs England) की टीमें एक दूसरे के साथ मैदान में टकरा रही हैं, तो वहीं मैदान से बाहर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) एक बड़ी डील को लेकर बातचीत में लगे हैं. भारतीय बोर्ड के दबदबे और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की लोकप्रियता को देखते हुए इंग्लिश बोर्ड अपने नए टूर्नामेंट ‘द हंड्रेड’ (The Hundred) में IPL का तड़का लगाने की कोशिश कर रहा है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ECB ने एक प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत IPL फ्रेंचाइजी, द हंड्रेड की टीमों में हिस्सेदारी खरीद सकती हैं. इसके अलावा इस टूर्नामेंट के एशिया में प्रसारण से होने वाली कमाई में BCCI को कुछ हिस्सा देकर भारतीय खिलाड़ियों को इसमें शामिल करने का प्रस्ताव भी है.
इंग्लैंड के कई खिलाड़ी अगले महीने से भारत में शुरू होने जा रहे IPL 2021 सीजन में अपना दम दिखाएंगे. इंग्लिश खिलाड़ी IPL के अलावा बिग बैश लीग से लेकर पाकिस्तान सुपर लीग जैसी बाकी लीगों में भी खेलते हैं. वहीं भारतीय खिला़ड़ी सिर्फ IPL के लिए ही उपलब्ध होते हैं. ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनाने और इसको भारतीय फैंस के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए भी ECB ये कोशिश कर रहा है.
भारतीय खिलाड़ियों के बदले कमाई में हिस्सा
इंग्लैंड के अखबार टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ECB के चेयरमैन इयन वाटमोर और सीईओ टॉम हैरिसन पिछले महीने भारत दौरे पर आए थे. अहमदाबाद में हुए डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान दोनों ने BCCI अधिकारियों से इस बारे में बात की और अपना प्रस्ताव उनके सामने रखा. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ECB ने इस टूर्नामेंट के एशिया ब्रॉडकास्टिंग राइट्स की कमाई का कुछ हिस्सा BCCI को देने का प्रस्ताव रखा है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि कितने भारतीय खिलाड़ी द हंड्रेड में खेलेंगे.
इसमें साथ ही कहा गया है कि भारतीय महिला क्रिकेटर इस साल के वीमेन्स हंड्रेड सीजन में हिस्सा ले सकती हैं. इसके बाद अगले सीजन से पुरुष टीम के खिलाड़ियों के भी टूर्नामेंट में शामिल होने की उम्मीद ECB कर रहा है. जानकारी के मुताबिक, इस साल अगस्त-सितंबर में भारतीय टीम के इंग्लैंड दौर पर दोनों बोर्ड के बीच इस पर और बातचीत हो सकती है.
IPL फ्रेंचाइजी को टीमों हिस्सेदारी
इसके अलावा ECB ने IPL की सभी 8 फ्रेंचाइजियों को इस टूर्नामेंट की टीमों में 25फीसदी हिस्सेदारी देने पर भी विचार किया है. इस विकल्प पर भी अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है. बोर्ड दोनों विकल्पों में से किसी एक या दोनों को भी चुन सकता है. अगर ऐसा हुआ, तो KKR, CSK, मुंबई इंडियंस जैसी टीमें इस टूर्नामेंट की टीमों में अपना हिस्सेदारी खरीद सकती हैं.