- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद नाम की सामाजिक संस्था के गठन का ऐलान किया था. सियासी गलियारों में तेज प्रताप के इस कदम को जगदानंद के लिए सीधी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है. जानकार कहते हैं कि तेज प्रताप ने ऐसा करके एक बार फिर से संकेत दे दिए हैं कि वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं.
जगदानंद सिंह ने कुछ ही दिन पहले छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष और तेज प्रताप यादव के बेहद करीबी आकाश यादव को उनके पद से हटा दिया था. यहां पर गौर करने वाली बात यह थी कि तेज प्रताप छात्र आरजेडी के संरक्षक थे लेकिन इसके बावजूद भी उनकी एक न चली और जगदानंद सिंह ने छात्र इकाई के प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया. माना जा रहा है कि इसी के जवाब में तेज प्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद नाम के सामाजिक संगठन का गठन किया है जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसे मूलभूत मुद्दों को उठाना है.
परिषद के गठन का ऐलान करते हुए तेज प्रताप ने कहा था कि ये आरजेडी को और मजबूत करने के लिए काम करेगा. पार्टी में पहले से छात्र आरजेडी अस्तित्व में है ऐसे में एक और छात्र संगठन का गठन साफ तौर पर इशारा करता है कि तेज प्रताप पार्टी में अपनी हैसियत बढ़ाने में लगे हुए हैं और साथ ही साथ जगदानंद सिंह को भी एक संदेश देने की कोशिश उनकी ओर से की जा रही है.
तेज प्रताप ने कहा कि छात्र जनशक्ति परिषद को हमने राष्ट्रीय जनता दल का हिस्सा बनाने का काम किया है. इस संगठन के जरिए हम छात्रों से जुड़े मुद्दों को उठाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि छात्र आरजेडी अलग तरीके से चल रहा है और यह संगठन अपने तरीके से चलेगा. तेज प्रताप यादव ने कहा कि मेरा यह संगठन पार्टी के लिए बैकबोन की तरह काम करेगा.