पटना

नालंदा को अद्वितीय विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए आईसीसीआर अध्यक्ष ने की सराहना


नालंदा विश्वविद्यालय में अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे का भव्य स्वागत

बिहारशरीफ। नालंदा विश्वविद्यालय ने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे का भव्य स्वागत किया। इस दौरान डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने नालंदा समुदाय एवं भारतीय और अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को संबोधित किया। वे विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किये जिसमें उन्हें नेट जीरो योग्य परिसर बनाने के प्रयास के बारे में बताया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनैना सिंह जो आईसीसीआर की पूर्व उपाध्यक्ष भी है ने डॉ. सहस्त्रबुद्धे का स्वागत करते हुए उन्हें एक सांस्कृतिक स्तंभ और नीति निर्धारक बताया।

अपने संबोधन में डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने नालंदा विश्वविद्यालय को अद्वितीय विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किये जाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आईसीसीआर की भूमिका का उल्लेख करते हुए वैश्विक सांस्कृतिक संबधों और भारतीयता के विचार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की विशिष्ट पहचान है। दुनियाभर में अपने सांस्कृतिक सौहार्द के लिए इसे आदर प्राप्त है। उन्होंने आईसीसीआर के सहयोग से विदेशों से छात्रों को लाभान्वित करने के लिए विश्वविद्यालय के कुछ अल्पकालीन पाठ्यक्रमों को शुरू करने का सुझाव दिया। बताते चले कि वर्तमान में नालंदा विश्वविद्यालय में 31 देशों के विद्यार्थी नामांकित है।