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नेपाल के मंदिर से से गायब हुई थी लक्ष्मी-नारायण की मूर्ती, 37 सालों बाद आश्चर्यजनक तरीके से लौटी वापस


वॉशिंगटन 1984 में नेपाल के एक मंदिर से लक्ष्मी- नारायण की मूर्ती गायब हो गई थी और वो अमेरिका के एक म्यूजियम में रखी हुई थी, वो मूर्ति वापस नेपाल लौट आई है। लक्ष्मी-नारायण की मूर्ती की वापसी के लिए नेपाल सरकार लगातार कोशिश कर रही थी और अमेरिकी सरकार से अपील भी की गई थी। और नेपाल सरकार की अपील पर ध्यान देते हुए अमेरिकी सरकार ने लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति को वापस लौटा दिया जो वापस नेपाल पहुंच चुकी है।

1984 में गायब हुई थी मूर्ति

नेपाल सरकार के मुताबिक 1984 में लक्ष्मी-नारायण की ये मूर्ति गायब गो गई थी जो अब वापस नेपाल लौट आई है। नेपाल पर्यटन मंत्रालय के प्रवक्ता वाइपी कोइराला ने कहा है कि नेपाल सरकार की तरफ से अमेरिकी सरकार के पास मूर्ति वापसी के लिए अपील की गई थी। वाइपी कोइराला के मुताबिक ‘साल 1984 में नेपाल स्थित पाटन के पटको टोले से साल 1984 में लक्ष्मी नारायण की मूर्ति गायब हो गई थी, जो अपने स्थान पर वापस लौट आई है। ये मूर्ति डलास के एक म्यूजिमय में रखी हुई थी, जिसे वापस लाने के लिए नेपाल सरकार ने अमेरिका की सरकार के सामने कई सबूत पेश किए थे, जिसके बाद मूर्ती की वापसी हो पाई है।’

800 साल हुई पूजा

नेपाल में लक्ष्मी-नारायण की इस मूर्ति की करीब 800 सालों तक पूजा की गई, जिसके बाद ये मूर्ति गायब हो गई थी। वहीं 1990 में न्यूयॉर्क के सोथबे नीलामी घर में इस मूर्ति को देखा गया था। इस मूर्ती को 12वीं सदी में लोग वासुदेव कमला के नाम से जानते थे, जो 1984 में मंदिर से गायब हो गई थी। नेपाल कल्चल सेक्रेटरी यावद प्रसाद कोइराला के मुताबिक डलास म्यूजियम से इस मूर्ति को वापस लाने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ नेपाल के अधिकारियों की चार बार बैठक हुई थी, जिसमें नेपाली अधिकारियों ने अमेरिकन अधिकारियों के सामने मूर्ति को लेकर सबूत पेश किए थे। जिसके बाद वॉशिंगटन स्थित नेपाली दूतावास को मूर्ती सौंप दी गई।