- पंजाब (Punjab) में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलकर खड़े नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के कैंप को बड़ा झटका लगा है. बीते दिन चंडीगढ़ पहुंचे प्रभारी हरीश रावत ने प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बैठक में ये साफ कर दिया है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया जाएगा और ना ही कैबिनेट का विस्तार होगा. हरीश रावत (Harish Rawat) दिल्ली से केंद्रीय आलाकमान का संदेश लेकर पहुंचे थे.
पंजाब में प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथियों द्वारा लगातार मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला जा रहा है. इस बीच हरीश रावत ने केंद्रीय आलाकमान का संदेश सुनाया कि सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा और संगठन को मजबूत करना होगा. नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा हरीश रावत ने महासचिव परगट सिंह और अन्य वर्किंग प्रेसिडेंट से भी मुलाकात की.
इस मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में पार्टी के संगठन को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई है. सभी नेताओं को जल्द ही जिम्मेदारियां दी जाएंगी, ताकि चुनाव में पार्टी को जीत मिले. नवजोत सिंह सिद्धू ने भी जल्द ही संगठन में विस्तार की बात कही है, जो अगले 15 दिनों में किया जाएगा.
हरीश रावत बुधवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिल सकते हैं, इस दौरान कई विषयों पर बात होगी. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी हाईकमान कैबिनेट विस्तार के पक्ष में नहीं है क्योंकि ऐसा होने से विवाद गहरा सकता है.
हरीश रावत के बयान पर विवाद
इस बैठक से इतर हरीश रावत के एक बयान के कारण विवाद हो गया. हरीश रावत ने यहां मीडिया से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी टीम की तुलना पंज प्यारों से कर दी, जिनका सिख धर्म में काफी पवित्र स्थान है. अकाली दल समेत अन्य दलों द्वारा हरीश रावत से माफी की बात कही गई. हालांकि, बुधवार सुबह खुद हरीश रावत ने अपने इस बयान पर दुख व्यक्त किया और अपनी गलती को माना.