गाजियाबाद, । आठ लाख रुपये का कर्ज न चुकाना पड़े, इसलिए बंथला के संतोष पांडे ने खुद के गुमशुदा होने का नाटक किया। उसकी पत्नी ने लोनी थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस ने संतोष, उसकी पत्नी प्रीति पांडे सहित पांच को गिरफ्तार कर इस साजिश का पर्दाफाश किया है।
डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि 14 अप्रैल को प्रीति ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई। 15 अप्रैल को संतोष का मोबाइल पुलिस को यह कहकर दिया कि वह मोबाइल घटनास्थल के पास मिला है। पुलिस को शक हुआ तो सर्विलांस की मदद ली, जिसमें पता चला कि संतोष ने फोन के माध्यम से रिश्तेदारों से बात की थी, सख्ती से पूछताछ करने पर साजिश से पर्दा हट गया। इसके बाद हरिद्वार जाकर पुलिस ने संतोष पांडे को हिरासत में लिया।
संतोष ने बताया कि मकान बनाने के दौरान आठ लाख रुपये का कर्ज लिया था, कर्ज देने वाले तकादा कर रह थे। उनसे बचने के लिए पत्नी प्रीति, साढू रविशंकर व साले रजनीश के साथ मिलकर 15 दिन पहले गायब होने की योजना बनाई। 11 अप्रैल को भाई रोहित बेटे व नवदीप को दुकान पर भेजकर एक नया मोबाइल नंबर मंगवाया।
13 अप्रैल को शाम साढ़े सात बजे होलसेल के स्टोर का सामान देने के लिए घर से निकला, माल सप्लाई के बहाने मोटरसाइकिल उमाशंकर की परचून की दुकान के सामने खड़ी कर दी और बस से उन्नाव पहुंचा। साढ़ू रविशंकर, साली ज्योति पांडे, साला रजनीश को फोन देकर कहा कि यह मोबाइल लाेनी पुलिस को दे देना।
मोबाइल में पुरानी सिम डालकर लोनी भिजवा दिया और खुद हरिद्वार चला गया। पुलिस ने इस मामले में संतोष, पत्नी प्रीति, साढ़ू रविशंकर, भाई राेहित, साला रजनीश को गिरफ्तार किया है।