पटना

पटना: एनडीए परीक्षा में 54 प्रतिशत कैंडिडेट्स ही हुए शामिल


पटना (आससे)। नेशनल डिफेंस अकेडमी (एनडीए) की लिखित परीक्षा में कोरोना का डर साफ तौर पर दिखा। पटना के 99 सेंटरों पर पर महज 54 प्रतिशत कैंडिडेट्स ही हुए शामिलए 46 प्रतिशत ने एग्जाम ही नहीं दिया। रविवार को पटना में कुल 99 एग्जामिनेशन सेंटर बनाए गए थे।

पटना के तमाम सेंटरों पर 100 प्रतिशत कैंडिडेट्स की मौजूदगी नहीं हुई। पटना जिला प्रशासन के अनुसार सिर्फ 54 प्रतिशत कैंडिडेट्स ने ही एनडीए का एग्जाम दिया। यह आंकड़ा दोनों पालियों के एग्जाम के खत्म होने के बाद सामने आया है। कोरोना वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए 46 प्रतिशत कैंडिडेट्स इस एग्जाम में शामिल हुए ही नहीं।

इस एग्जाम को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीइससी) खुद कंडक्ट कराता है। पटना के कॉलेज ऑफ कॉर्मस, टीपीएस कॉलेज, एएन कॉलेज सहित कुल 99 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक किसी भी एक सेंटर पर दोनों पालियों में एग्जाम देने वालों की जितनी लिस्ट तैयार की गई थी उतने वहां एग्जाम देने पहुंचे ही नहीं।

एनडीए के एग्जाम को लेकर पटना के हर एक सेंटर पर कड़ी निगरानी थी। सभी सेंटर पर सीसीटीभी से मॉनिटरिंग की गई। इसके अलावा करीब 300 मजिस्ट्रेट को निगरानी के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था। सुरक्षा के लिए एसआई, एएसआई  समेत करीब 500 पुलिस के जवानों को अलग-अलग सेंटरों पर तैनात किया गया था। इन सब के बीच एक बड़ी समस्या उन इलाकों में हुईए जहां एनडीए का एग्जामिनेशन सेंटर था।

सुबह 11 बजे से ही कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बाधित होने और मोबाइल पर कॉल ड्रॉप होने की शिकायतें मिलीं। इसका कारण सेंटरों पर लगाए जाने वाले जैमर को बताया गया, जिसे एग्जाम के दौरान चोरी और किसी प्रकार के कॉल व मैसेज को आने-जाने से रोकने के लिए लगाया जाता है। हालांकि इससे जुड़े सवाल पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने साफ मना किया। अधिकारियों के अनुसार एग्जामिनेशन सेंटरों पर लगाए जाने वाले जैमर की फ्रिक्वेंशी काफी लो होती है। उसका असर सिर्फ सेंटर तक ही होता है।

पटना के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 10 हजार अभ्यर्थी एनडीए की लिखित परीक्षा में शामिल हुए। लिखित परीक्षा में एक पेपर मैथ्स का था जो 300 अंकों का था। इसमें 120 प्रश्न पूछे गए, जिसके लिए समय 2:30 घंटे का रहा।

वहीं दूसरा पेपर में जनरल एबिलिटी टेस्ट का था, जो 600 नंबर का था। इसमें 150 प्रश्न पूछे गए, जिसके लिए समय 2:30 घंटे का रहा। प्रतियोगिता परीक्षा विशेषज्ञ डॉ एम रहतान के मुताबिक जिन अभ्यर्थियो ने 45-50 प्रतिशत तक सॉल्व किया होगा, उनके रिजल्ट की संभावना है। जिन अभ्यर्थियो ने एनसीईआरटी और टेस्ट बुक का गहनता से अध्यन्न किया होगा, उसकी परीक्षा अच्छी गई होगी।