आईआईटी के प्रस्ताव पर पटना में शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
पटना (आशिप्र)। सरकारी स्कूलों में प्लस-टू के छात्र-छात्राओं के लिए विशिष्ट प्रयोगशालाएं स्थापित होंगी। फिलहाल यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना में शुरू होगी। प्रत्येक विशिष्ट प्रयोगशाला की स्थापना पर 1 लाख 20 हजार रुपये खर्च होंगे। प्लस-टू स्कूलों में विशिष्ट प्रयोगशालाओं की स्थापना का प्रस्ताव पटना आईआईटी ने शिक्षा विभाग को दिया है। इस पर अमल की तैयारी शिक्षा विभाग के स्तर पर शुरू हो गयी है। प्रस्ताव के मुताबिक प्लस-टू स्कूलों में विज्ञान विषयों में विशिष्ट प्रयोगशालाएं स्थापित होंगी। इनमें भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं जीवविज्ञान की प्रयोगशालाएं होंगी।
पटना आईआईटी के प्रस्ताव को अमल में लाने के लिए शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के स्तर पर पहल शुरू हुई है। भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं जीवविज्ञान की विशिष्ट प्रयोगशालाएं कैसी हों, प्रायोगिक कक्षाओं के लिए उनमें कौन-कौन से एवं किस स्तर के उपकरण हों और प्रायोगिक सामग्रियां हों, इस पर विषय विशेषज्ञों के सुझाव लिये जा रहे हैं।
यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल पटना में शुरू करने की तैयारी है। पायलट प्रोजेक्ट किन प्लस-टू स्कूलों में चलाया जाय, इसके लिए स्कूलों का चयन किया जाना है। इसके साथ ही पटना आईआईटी ने चलंत प्रयोगशाला का भी प्रस्ताव दिया है। इससे खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्रा लाभान्वित होंगे। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर भी अमल होगा।