विधान परिषद में शिक्षा मंत्री ने की घोषणा
पटना (आससे)। बिहार विधान परिषद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन डा संजीव कुमार सिंह ने मैट्रिक और इंटर के छात्र छात्राओं के नामांकन, पंजीयन, प्रवेश पत्र तथा परीक्षा प्रपत्र के साथ अन्य कार्यो के लिए शिक्षकों को परेशान करने का मामला उठाया। डा सिंह ने कहा कि सहायकों तथा लिपिकों के अभाव में शिक्षकों को ही यह कार्य करना पड़ता है जिससे पठन पाठन बुरी तरह प्रभावित होता है। इसके जवाब में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कम्प्यूटर के कार्य के लिए हम कम्प्यूटर ऑपरेटरों की बहाली करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार 6400 विद्यालय सहायकों की बहाली करेगी जो कम्प्यूटर प्रशिक्षित होंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक पंचायत में वसुधा केन्द्र खोल दिया गया है वहां से भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए अंचल में साइबर कैफे मे भीड़ लगाने की आवश्यकता नहीं है। डा संजीव ने कहा कि सहायकों व लिपिकों के अभाव में शिक्षक परेशान होते हैं जिससे पढ़ाई भी प्रभावित हो रहा है।
इंटर का पोर्टल खुल नहीं रहा है। जो नंबर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा शिकायत के लिए दिया गया है उस पर कोई फोन नहीं उठा रहा है। फार्म भरने के लिए इतना कम दिनों का समय दिया गया कि करीब तीन लाख बच्चे फार्म भरने से वंचित रह गए। अन्य सदस्यों ने भी यह मामला उठाया कि बिहार बोर्ड शिक्षकों को परेशान करता है। छठ पूजा तथा दिपावली जैसे त्योहारों में छुट्टी होने के बावजूद शिक्षकों को परेशान किया गया है। छुट्टी होने के वाबजूद उन्हें ऑनलाइन आवेदन तथा अन्य कार्यो के लिए भागदौड़ करवाया गया है।
इसके जवाब में शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा नयी प्रणाली लागू करने में त्रुटि कम हो रही है। कुछ विद्यालयों में कम्प्यूटरों की भी आपूर्ति की गयी है। प्रो संजय कुमार सिंह, केदार नाथ पांडे, रामचंद्र पूर्वे सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को पूरे साल का एक कैलेंडर तैयार करना चाहिए तथा उसी कैलेंडर को फॉलो करना चाहिए। इससे बच्चों में भी जागरुकता रहेगी तथा वे ससमय अपना कार्य कर सकेंगे।