- पश्चिम बंगाल में नई विधानसभा के बजट सत्र का शुक्रवार को पहला दिन था। राज्यपाल जगदीप धनगढ़ को अपना अभिभाषण पढ़ना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। 15वीं विधानसभा के पहले सत्र का पहला दिन पांच मिनट में ही खत्म हो गया। दरअसल, राज्यपाल ने जैसे ही अपना अभिभाषण पढ़ने की कोशिश की, भाजपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। ये चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद हुई हिंसा के केस में जांच की मांग करते हुए हंगामा करते रहे। इस कारण राज्यपाल अभिभाषण नहीं पढ़ सके। इस दौरान दो बार राष्ट्रगान हुआ। जब राज्यपाल बिना अभिभाषण पढ़े सदन से बाहर जा रहे थे, तब टीएमसी के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल के इतिहास में यह पहला मौका है जब हंगामा के कारण राज्यपास अपना अभिभाषण नहीं पढ़ सके हैं।
बता दें, इस अभिभाषण पर पूर देश की नजर इसलिए भी थी, क्योंकि राज्यपाल जगदीप धनगढ़ कह चुके थे कि वे राज्य सरकार का दिया अभिभाषण नहीं पढ़ेंगे। यानी वे अपना अभिभाषण पढ़ने वाले थे। बता दें, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच विभिन्न मुद्दों पर तनातनी रही है। राज्यपाल चुनाव बाद हिंसा को लेकर भी ममता सरकार के खिलाफ बोल चुके हैं। बहरहाल, यह साफ नहीं है कि इस बार विधानसभा के रिकॉर्ड पर राज्यपाल का अभिभाषण जाएगा या नहीं। अधिकारियों के लिए भी यह नई स्थिति है।