नोएडा। पाकिस्तान में पराली जलाने से फैले प्रदूषण में शहर के लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। कई अस्पतालों में आंखों में जलन, खुजली, पानी निकलने और लालपन के मरीज बढ़ गए हैं। इनमें पांच साल तक के वो बच्चे भी शामिल हैं।
राजधानी दिल्ली में इस साल भी दीवाली पर प्रदूषण के बढ़ने की संभावना हैं। आज पटाखे जलाने पर इसके 400 पार होने का पूर्वानुमान है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में जल रही पराली से फैले प्रदूषण में नोएडा समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर के लोगों की आंखों से आंसू निकाल रहे हैं। बच्चों पर इसका ज्यादा असर दिख रहा है।
जो घर से बाहर ज्यादातर समय स्कूल और कोचिंग सेंटर या खेल मैदान पर बिताते हैं। जिला अस्पताल में 15 दिनों में मरीजों की संख्या एक हजार के पार पहुंच गई है। सामान्य दिनों में यह आंकड़ा 400 से 500 के बीच था।
रोजाना की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या 80 से 90
जिला अस्पताल के आई सर्जन डा पंकज ने बताया कि प्रदूषण बढ़ने की वजह से अब लोगों की आंखों में जलन, पानी निकलने के केस बढ़ गए हैं। सबसे ज्यादा वो लोग परेशान हैं, जो ज्यादा समय घर से बाहर रहते हैं। दो सप्ताह से रोजाना की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या 80 से 90 पहुंच गई है।
सामान्य दिनों में यह आंकड़ा 30 से 40 के बीच रहता था।15 दिनों में बच्चों समेत एक हजार से ज्यादा लोगों की आंखों की जांच की गई। उन्होंने चिंता जाहिर की कि नवंबर-दिसंबर की सर्दी में समस्या बढ़ेगी।
बच्चों की आंखों में बढ़ने लगी कई परेशानी
वहीं, पीजीआई चाइल्ड के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. विक्रांत का कहना है कि दस दिनों से छह साल से ऊपर के बच्चों की आंखों में जलन, खुजली, लाली और पानी निकलने व अन्य परेशानी बढ़ गई है। रोजाना ओपीडी में ऐसे 15-20 बच्चे आ रहे हैं। एक माह पहले तक यह संख्या चार से पांच बच्चों की थी।
ग्रेटर नोएडा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डीके गुप्ता का कहना है कि पाकिस्तान में पराली जलाने के मामले अधिक हैं। सैटेलाइट से इसकी पुष्टि हुई है। पाकिस्तान के प्रदूषण का प्रभाव पंजाब, हरियाणा, दिल्ली से होते हुए एनसीआर में बढ़ गया है। उनका कहना है कि दस दिन पहले हवा का रूख पंजाब, हरियाणा में था। तब नोएडा- ग्रेटर नोएडा का प्रदूषण स्तर 200 से कम था। अब स्थिति बिगड़ रही है।
ऐसे करें बचाव
- डॉक्टरों ने बताया कि घर से बाहर जाते समय आंखों को चश्मा लगाकर कवर कर लें।
- घर या आफिसर जाने पर साफ पानी से आंख साफ करें।
- वाहन चलाते समय वाहन जरूर लगाएं।
- दीपावली पर पटाखों के धुएं से दूर रहें।
- ज्यादा समय बाहर न बिताएं और तुरंत आंखों को हाथों से न रगड़ें।
- धूल और मिट्टी के बीच से निकलने के बाद आंखों को पानी से साफ करें।
- डॉक्टर की सलाह पर ही कोई ड्राप आंखों में डालें।
- ज्यादा ड्राप डालने से मोतियाबिंद और अन्य परेशानी हो जाएगी।
दिन | एक्यूआई |
29 अक्टूबर | 213 |
28 अक्टूबर | 248 |
27 अक्टूबर | 304 |
26 अक्टूबर | 209 |
25 अक्टूबर | 222 |
24 अक्टूबर | 169 |
23 अक्टूबर | 300 |
22 अक्टूबर | 261 |
21 अक्टूबर | 252 |
20 अक्टूबर | 206 |
19 अक्टूबर | 229 |
18 अक्टूबर | 242 |
17 अक्टूबर | 242 |