- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इमरजेंसी की बरसी (Emergency 1975) पर ट्वीट कर कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आपातकाल के काले दिनों को कभी भुलाया नहीं जा सकता. 1975 से 1977 की अवधि में संस्थानों का व्यवस्थित विनाश देखा गया. आइए हम भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने हमारे संविधान में निहित मूल्यों को जीने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लें, हमारे संविधान में निहित मूल्यों पर खरा उतरें. इसके साथ ही सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम का एक लिंक शेयर कर पीएम ने लिखा- ‘इस तरह कांग्रेस ने हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार को कुचला. हम उन सभी महानतम लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की.’
अमित शाह ने भी की आलोचना पीएम नरेन्द्र मोदी से पहले भाजपा नेताओं ने आपातकाल की 46वीं बरसी पर शुक्रवार को कांग्रेस की जमकर निंदा की आपातकाल के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले ‘सत्याग्रहियों’ को याद किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि वर्ष 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी थी.
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा कि 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस ने सत्ता के स्वार्थ व अंहकार में देश पर आपातकाल थोपकर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी. असंख्य सत्याग्रहियों को रातों रात जेल की कालकोठरी में कैदकर प्रेस पर ताले जड़ दिए. नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनकर संसद व न्यायालय को मूकदर्शक बना दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अवसर पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस पार्टी ने भारत के महान लोकतंत्र पर कुठाराघात कर देश पर ‘आपातकाल’ थोपा था. मैं उन सभी पुण्यात्मा सत्याग्रहियों को नमन करता हूं, जिन्होंने ‘आपातकाल’ की अमानवीय यातनाओं को सह कर भी देश में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में सहयोग दिया था.
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने आपातकाल को देश के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दिन बताया कहा, ‘लोकतंत्र की रक्षा के लिए देश के करोड़ों लोगों ने अपना सर्वस्व लगाकर संघर्ष किया. उन्होंने यातनाएं झेली जेल गए. उन सभी लोकतंत्र के रक्षकों को मेरा नमन.’ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि ‘गरीबी हटाओ’ का नारा देने वाली कांग्रेस ने आपातकाल लागू कर गरीबों के मुंह का निवाला छीनने का घनघोर पाप किया था उस दौरान सच्चाई के लिए उठने वाली हर आवाज पर जुल्म ढाये गये थे.