नई दिल्ली,एक अक्टूबर से आरंभ होने वाले इंडियन मोबाइल कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सांकेतिक रूप से 5जी सेवा की शुरुआत करेंगे। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल और वोडाफोन इंडिया के कुमार मंगलम बिरला भी मौजूद रहेंगे। देश में चार जगहों पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से 5जी का सफल ट्रायल पहले ही किया जा चुका है और 5जी लांच होते ही इन चार जगहों पर 5जी सेवा शुरू हो सकती है। इन चार जगहों में दिल्ली स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बेंगलुरू की मेट्रो, कांडला पोर्ट और भोपाल की स्मार्ट सिटी का इलाका शामिल है। ट्रायल होने की वजह से इन चार जगहों पर 5जी का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार है।
टेलीकॉम कंपनी सूत्रों के मुताबिक फिलहाल ग्राहक 4जी पैक के मूल्य पर ही 5जी सेवा का आनंद उठा सकेंगे। पूरी तरह से देश भर में शुरू होने के बाद ही 5जी पैक के मूल्य में बढ़ोतरी होगी। हालांकि इरिक्सन की रिपोर्ट के मुताबिक 5जी इस्तेमाल के लिए तैयार 52 फीसद ग्राहक अगले 12 महीनों में अपने डाटा प्लान को अपग्रेड करने की संभावना जाहिर कर रहे हैं। वहीं स्मार्टफोन रखने वाले 59 फीसद ग्राहक अपनी सेवा को 5जी में अपग्रेड करने के लिए तैयार है। हालांकि भारत में 25 फीसद ग्राहक 2जी सेवा से ही जुड़े हुए हैं।
रिलायंस और एयरटेल भी पहले ही अक्टूबर में 5जी सेवा शुरू करने की घोषणा कर चुकी है। लेकिन वोडाफोन की तरफ से इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई है। रिलायंस ने दिवाली के दौरान देश के प्रमुख शहरों में 5जी शुरू करने और वर्ष 2023 के अंत तक देश के सभी छोटे-बड़े शहरों में 5जी सेवा आरंभ करने की घोषणा की थी। एयरटेल भी 5जी का सफल ट्रायल कर चुका है और अक्टूबर में लांच करने के लिए तैयार है। टेलीकॉम कंपनियों के मुताबिक 4जी सिम से ही 5जी सेवा हासिल की जा सकती है, इसलिए 5जी सेवा प्राप्त करने के लिए ग्राहकों को सिम या फोन नहीं बदलना पड़ेगा। 4जी सेवा देने में सक्षम अधिकतर फोन पर 5जी सेवा भी उपलब्ध होगी।