नई दिल्ली। प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। छात्रों की मांग है कि पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाएं एक दिन और एक शिफ्ट में आयोजित की जाएं। बसपा प्रमुख मायावती प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में उतरी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सरकार से मांग की है कि गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलॉग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर।
मायावती ने एक्स पर लिखा, ”उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक। क्या यूपी के पास एक समय में परीक्षा कराने की बुनियादी सुविधाओं का इतना अभाव है कि पीसीएस आदि जैसी विशिष्ट परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है। पेपर लीक पर रोक व परीक्षाओं की विश्वसनीयता अहम मुद्दा, जिसके लिए एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था जरूरी। सरकार इस ओर ध्यान दे। साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलॉग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर। लोगों को रोज़ी-रोज़गार की सख्त जरूरत।”
बसपा प्रमुख मायावती प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में उतरी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सरकार से मांग की है कि गरीबी बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए। इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलॉग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर।
प्रयागराज में जारी है अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
पीसीएस और आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा को लेकर अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और प्रतियोगी छात्र आमने-सामने आ गए हैं। प्रतियोगी छात्र एक दिवसीय परीक्षा को लेकर बेमियादी हड़ताल पर है, वहीं आयोग अपने निर्णय से पीछे हटने को तैयार नहीं है। सोमवार को दिन भर हजारों छात्रों के प्रदर्शन, छात्रों पर पुलिस का बल प्रयोग, यातायात बाधित होने और राजनैतिक बयानबाजी के बीच समाधान का कोई रास्ता नहीं निकला। छात्रों ने दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रदर्शन जारी रखा।