टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 1460 पत्र लिखे हैं, जिनमें से सिर्फ 3 का ही जवाब मिला है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दो चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस बीच, चुनावी मैदान में उतरे राजनीतिक दलों की तरफ से लगातार आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. बंगाल में एक और ‘ऑडियो टेप’ वायरल होने पर टीएमसी ने रविवार को सफाई दी और इसे बीजेपी की बौखलाहट करार दिया. टीएमसी ने कहा कि बंगाल में अब तक की वोटिंग में बीजेपी की हालत ठीक नहीं है.
ऑडियो टेप को लेकर बीजेपी पर हमला
राज्य के मंत्री और टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा- “ऑडियो टेप में टीवी में देखा गया है दो आदमी बात कर रहे है. कौन किससे बात कर रहे है ये साफ नही है. पहले दो चरण के चुनाव के बाद उनको पता है कि उनके हालात ठीक नही है. इसलिए इतना कुछ हो रहा है.”
तृणमूल कांग्रेस की तरफ रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा- ” छत्तीसगढ़ में जवान शहीद हो रहे हैं और गृहमंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त है. प्रधानमंत्री महिलाओं का असम्मान कर रहे हैं. नारायणी सेना गठन करने का जो घोषणा गृह मंत्री ने किया है वो एक जुमला है. राजबंगशी समुदाय के लिए ममता बनर्जी की सरकार बहुत काम किया है.”
ऑडियो टेप पर जवाब देना उचित नहीं
उधर, टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने वायरल ऑडियो टेप को लेकर कहा- “यह सही ऑडियो टेप नहीं है इसलिए उस पर जवाब देना ठीक नही है. इसमें कुछ भी साबित करने और कुछ भी जवाब देने की जरूरत नहीं है.” उन्होंने कहा- टीएमसी ने चुनाव आयोग को 1460 पत्र लिखे हैं, जिनमें से 3 का ही जवाब मिला है.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि तीसरे चरण की वोटिंग से पहले बंगाल में एक ऑडियो टेप वायरल हुआ है. इस टेप के बहाने ममता बनर्जी की सरकार और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इस टेप के सामने आने के बाद बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई तरह के सवाल खड़े गए हैं.