Latest News अन्तर्राष्ट्रीय

बच गई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी, नेशनल असेंबली में विश्वास मत किया हासिल


इस्लामाबाद, । पाकिस्तान में सीनेट चुनाव में वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख की हार से फजीहत झेल रही इमरान खान की सरकार ने नेशनल असेंबली में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सदन में प्रस्ताव पेश किया। कुछ ही देर में इस पर वोटिंग होगी। समाचार एजेंसी एएनआइ ने पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से इसकी जानकारी दी है। प्रस्ताव पर मतदान के बाद यह फैसला हो जाएगा की इमरान खान की सरकार सत्ता में रहेगी या नहीं। बता दें कि विपक्ष ने विश्वास मत प्रस्ताव पर मतदान के दौरान संसद के बहिष्कार का एलान किया है। इससे इमरान खान को थोड़ी राहत मिली है।

विश्वास मत प्रस्ताव पेश होने से पहले इमरान खान ने अपने सांसदों को धमकी दी। उन्होंने सांसदों से कहा है कि वे पार्टी लाइन को फॉलो करें या नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहें। इससे पहले उन्होंने कहा कि वो वोटिंग में में जो फैसला आएगा वह उसका सम्मान करेंगे। अगर वे इसमें हार गए तो, वे विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हैं। 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के 157 सदस्य हैं।

विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के पास क्रमश: 84 और 54 सदस्य हैं। विश्वास मत के संबंध में पीटीआइ के सांसदों को लिखे एक पत्र में, इमरान खान ने कहा कि पार्टी के निर्देशों के अनुसार आपको विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान पार्टी के निर्देशों के मुताबिक वोट डालने हैं। अगर कोई नेता वोटिंग में शामिल नहीं हुआ या पार्टी के निर्देश के खिलाफ वोट दिया, तो पार्टी प्रमुख उसे डिफेक्टेड करार दे सकता है और इसकी सूचना चुनाव को दे दी जाएगी।

मरान खान की सरकार को बहुमत के लिए 171 सांसदों के समर्थन की जरूरत

सीनेट चुनाव में वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने हरा दिया। इसके बाद इमरान खान ने नेशनल असेंबली में विश्वास मत हासिल करने का एलान किया।संविधान के अनुच्छेद 91 (7) के अनुसार,बहुमत के लिए नेशनल असेंबली में 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत होती। हालांकि, एनए-75 सीट खाली होने की वजह से इमरान सरकार को बहुमत के लिए 171 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी। एनए-75 सीट पर हुए उपचुनावों के परिणाम को चुनाव आयोग ने अमान्य घोषित कर दिया था। इसके बाद से ही ये सीट खाली है।