अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन नीत प्रशासन क्वाड को ‘बेहद गतिशील और क्षमतावान’ समूह के तौर पर देखता है। इस अनौपचारिक समूह में चार देश ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका शामिल हैं। क्वाड का लक्ष्य मुक्त एवं खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करना है। हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में चीन का रुख सैन्य आक्रमकता वाला रहा है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ” हम क्वाड को बेहद गतिशील और महत्वपूर्ण क्षमता वाले समूह के रूप में देखते हैं। इसलिए हम पारंपरिक क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करके इसे मजबूती प्रदान करेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान बाइडन प्रशासन में पिछले सप्ताह पहली बार मंत्री स्तर पर चतुष्कोणीय वार्ता के कई दिनों बाद आया है।उन्होंने कहा, ” यह अमेरिका और कुछ हमारे करीबी साझेदारों द्वारा मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साथ आने का उदाहरण है।”हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन का बढ़ता सैन्य दबदबा वैश्विक शक्तियों के बीच अहम चर्चा का मुद्दा है और अमेरिका चीन की आक्रमकता पर नियंत्रण के लिए क्वाड को एक रक्षा ढांचे के रूप में तैयार करने का समर्थक है।