बिहार के सीमावर्ती इलाकों में छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों पर हुए नक्सल हमले के बाद पुलिस अलर्ट थी. इसी के तहत जमुई पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था. बुधवार को इसी क्रम में पुलिस को भारी मात्रा में विस्फोटक मिला है. बताया गया है कि नक्सलियों द्वारा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग की जा रही थी.
जमुई के एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि भीमबांध के जंगली इलाकों में बुधवार सुबह से ही सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा था. इस ऑपरेशन में 207 कोबरा बटालियन के अलावा 215 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और बरहट थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार के साथ जमुई पुलिस के जवान भी शामिल थे.
एसपी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई घटना से अपने बुलंद इरादों के साथ नक्सली जमुई और मुंगेर जिला के सीमावर्ती इलाके भीमबांध जंगल में सुरक्षाबलों को अम्बुस जोन में फंसाकर तथा आईडी विस्फोट कर नुकसान पहुंचाने की फिराक में थे, लेकिन जमुई पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया और उनकी योजना विफल हो गई.
जमुई एसपी ने बताया कि नक्सलियों ने भीमबांध जंगल के चोरमारा और भट्टाकोल के आसपास जगह-जगह भारी मात्रा में आईईडी विस्फोटक लगाकर रखा था. उन्होंने कहा कि नक्सली सुरक्षाबलों को अम्बुस जोन में फंसाकर आईडी ब्लास्ट कर नुकसान पहुंचाने की योजना में थे, लेकिन सुरक्षाबलों की चौकसी के कारण नक्सलियों की योजना नाकामयाब हो गई. एसपी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने बहादुरी का परिचय देते हुए 20 किलोग्राम एंटी हैंडलिंग आईईडी और 30 किलोग्राम पावर सोर्स कमांड आईईडी को बरामद किया, जिसे बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया है.