उत्तर प्रदेश पटना

बिहारशरीफ: पीटीसी राजगीर के पहले बैच के डीएसपी को दिलाया गया दायित्व और कर्तव्य की शपथ


  • आम जन के उम्मीदों पर खतरा उतरेंगे डीएसपी : डीजीपी
  • हर चुनौतियों से निबटने के लिए तैयार है ये जवान : महानिदेशक
  • 56वें से 59वें बैच के 117 डीएसपी प्रशिक्षण पाकर निकले जिले के लिए

बिहारशरीफ (आससे)। बिहार पुलिस एकेडमी के लिए आज का दिन काफी अहम रहा। इस एकेडमी के गठन के बाद आज शनिवार को डीएसपी के पहले बैच का पासिंग परेड संपन्न हुआ, जिसमें 117 डीएसपी ने राज्य के लोगों की सेवा की शपथ ली। ये प्रशिक्षु डीएसपी 56वें से लेकर 59वें बैच के डीएसपी थे, जो पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज राजगीर में 02 जनवरी 2019 से प्रशिक्षण ले रहे थे। कोरोना को लेकर प्रशिक्षण की अवधि बढ़ानी पड़ी।

पासिंग आउट परेड में बिहार के पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल ने हिस्सा लिया। उन्होंने पासिंग आउट परेड की सलामी ली और जवानों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आज का दिन बिहार पुलिस एकेडमी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। गर्व की बात है कि राज्य के अंदर इस तरह का पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज है, जहां से पहली बार डीएसपी प्रशिक्षण लेकर निकल रहे है और राज्य की सेवा करेंगे। यहां से जाने के बाद इन प्रशिक्षुओं को जिले में छः महीने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने नये प्रशिक्षु डीएसपी से लोगों के लिए काम करने को कहा और कहा कि शपथ लें कि वे सरकार और परिवार के साथ आम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।

डीजीपी ने कहा कि यहां इन जवानों का फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ हर क्षेत्रों में दक्षता दिया गया। अध्ययन क्षमता का विकास कराया गया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने जिगर में कुछ सीखने की ललक हमेशा रखे। अपराध नियंत्रण के लिए तन्मयता से काम करें। अपनी नौकरी को सेवा भाव से करे और राज्य के विकास में अहम योगदान अदा करें।

इस अवसर पर बिहार पुलिस एकेडमी के निदेशक भृगु श्रीनिवासन ने कहा कि पहले बैच में 117 डीएसपी प्रशिक्षित होकर जा रहे है, जिनपर संस्थान को नाज है। ये लोग पहले अन्य जगह पर अपनी सेवा दे रहे थे। वे वहां से यहां तक पहुंचे और देश सेवा को चुना है। इनमें 41 ऐसे प्रशिक्षु डीएसपी है जो पारा स्नातक है। जबकि चार पीएचडी किये हुए है। एक एमबीबीएस है तो 28 ईंजीनियर भी है। इसमें 8 एमबीए और एक आईटीएन है, जिन्होंने अन्य कैरियर को छोड़कर पुलिस के कैरियर को चुना है। यह जानते हुए कि यहां कठिन परिश्रम करना होगा निश्चित तौर पर इन्होंने जिस सेवा को चुना है ये लोग काफी बेहतर करेंगे। हर चुनौतियों का सामना करने के लिए इन्हें पूरी तरह तैयार किया गया है। निदेशक ने कहा कि कोरोना काल को लेकर इनकी ट्रेनिंग लंबी हो गयी। इस बीच उन्होंने जिले में जाकर अपनी सेवा दी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं को लॉ मैनेजमेंट, डिफेंस की जानकारी के साथ-साथ मीडिया से बात करने के तरीके आदि की जानकारी दी गयी है। इनका हौसला काफी बुलंद है। इन लोगों ने ट्रेनिंग अवधि में जो अनुशासन दिखाया है वह काफी बेहतर रहा है।

पीटीसी राजगीर के उपनिदेशक प्रांतोष कुमार दास ने कहा कि प्रशिक्षु डीएसपी यहां अपराध शास्त्र, सामुदायिक पुलिसिंग, शस्त्र प्रशिक्षण, मानवाधिकार, पीटी, अश्वरोहन, मोटर ड्राइविंग, तैराकी का भी प्रशिक्षण लिया है। इनके इरादे मजबूत है। आतंकवाद और नक्सलवाद से लड़ने की ताकत इनमें बिल्डअप किया गया है। ये जज्बे से लबरेज है। उन्होंने कहा कि पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज राजगीर का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2018 में किया था। जिस उद्देश्य से उन्होंने पीटीसी का उद्घाटन किया उसपर यह पूरी तरह खरा उतरा है।

इस अवसर पर संस्थान के निदेशक भृगु श्रीनिवासन, उपनिदेशक प्रांतोष कुमार दास, निदेशक ट्रेनिग आलोक राज, डीजी बीएमपी आरएस भट्टी, एडीजे अमरेंद्र कुमार अंबेदकर, आईजी एमआर नायक, आईजी संजय सिंह, विनय कुमार वर्मा, सीआरपीएफ प्रशिक्षण क्षेत्र के प्राचार्य ब्रिगेडियर के. वीरेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद थे।