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बीजेपी ने राज्यपाल कोश्‍यारी को दिया ज्ञापन, कहा- प्रदेश में उगाही और ट्रांसफर रैकेट पर सीएम चुप क्‍यों?


मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात की और उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने राज्यपाल से राज्य में शासन और कोरोना से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से रिपोर्ट मांगने का अनुरोध किया। हमने उनसे भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया है।

फडणवीस ने कहा, ”महाराष्ट्र में जिस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं, चाहे पैसे की उगाही की घटना हो या ट्रांसफर का रैकेट हो, ये सारी घटनाएं दुखदायी हैं। इतनी सारी घटनाएं होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने उस पर एक बयान भी नहीं दिया।” उन्‍होंने कहा, ”इस महावसूली सरकार में कांग्रेस का क्या अस्तित्व है, ये हमें समझ नहीं आता। लेकिन ये ध्यान में आता है कि शायद ये जो हफ्ता वसूली हो रही है, इसमें उनका भी हिस्सा होगा इसलिए वो मौन हैं। आप मुझे बताएं कि क्या आपकी जितनी सत्ता में हिस्सेदारी उतनी हफ्ते में हिस्सेदारी है।”

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यदि उन्हें आधिकारिक रहस्यों को लीक करने के बारे में मेरे ऊपर मामला दर्ज करना है, तो मैंने महाराष्ट्र के हित के लिए किया है। अगर वे मेरे खिलाफ मामला दर्ज करते हैं, तो मुझे डर नहीं लगता। अगर मेरे खिलाफ 4 और मामले हो जाएंगे तो मैं तैयार हूं। मैं अदालत में जाऊंगा और अपनी बात साबित करूंगा। महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (एमवीए) ने नैतिक आधार खो दिया है, वे केवल सत्ता के लिए काम कर रहे हैं। इतनी सारी घटनाओं के बाद, महाराष्ट्र के सीएम चुप्पी साधे हैं, पवार साहब ने दो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उन्होंने सिर्फ मंत्री को बचाने की कोशिश की।

उन्‍होंने कहा कि इस सरकार का कोरोना की ओर ध्यान ही नहीं है, जिस प्रकार से कोरोना के मामले महाराष्ट्र में बढ़ रहे हैं ये देश का एपिक सेंटर बना है। महाराष्ट्र में ही कोरोना इतना क्यों बढ़ रहा है? सरकार ने इस पर क्या उपाय किया है?

सरकार को बदनाम करना चाहती है बीजेपी: NCP

NCP के नेता नवाब मलिक ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट लेकर केंद्र के गृह सचिव से मिले। रिपोर्ट जो कह रही है, उस तरह के तबादले नहीं हुए हैं। रिपोर्ट में किसी भी प्रकार का तथ्य नहीं। निश्चित रूप से वो रिपोर्ट को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम कर रहे हैं।

उन्‍होंने कहा, ”भाजपा का शिष्टमंडल राज्यपाल से मिला और कहा कि राज्य में सरकार अस्थिर है। राज्य की सरकार पूरी तरह से गंभीर है, अस्थिर करने का प्रयास विफल हो रहा है। रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट तथ्यहीन है। भाजपा केंद्रीय एजेंसी और गृह सचिव का इस्तेमाल करके सरकार को बदनाम करना चाहती है।”