बेगूसराय (आससे)। गोल्डन ऐप के माध्यम से शिक्षा विभाग करेगी मॉनिटरिंग। जिले के सभी विद्यालय के प्रधान गोल्डन एप के लिंक को डाउनलोड कर उसके माध्यम से विद्यालय में उपस्थित शिक्षकों का विवरण, उपस्थित छात्रों का विवरण, अनुपस्थित शिक्षकों का विवरण एवं विद्यालय में पुस्तकालय से लाभ लेने वाले छात्रों की संख्या या एमडीएम मील से लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या का विवरण प्रत्येक दिन गोल्डन एप पर लोड करना है। वहीं शिक्षकों की उपस्थिति और छात्रों की संख्या 10 बजे दिन में ही गोल्डन ऐप के माध्यम से शिक्षा विभाग बेगूसराय को सूचनार्थ प्रेषित करेंगे।
शायद बिहार का यह पहला जिला है जो कि अपना ऐप खुद बनवा कर सभी विद्यालयों को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास किया है,जो कि काबिले तारीफ है। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि गोल्डन ऐप का ख्याल अचानक मन में आया और अपने विभाग के सहकर्मी के साथ बात कर गोल्डन ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के लांच होने से कई तरह की जानकारी सुलभ हो जाएगी। इस ऐप के माध्यम से विद्यालय प्रधान को भी आसानी होगी साथ ही शिक्षा विभाग को भी जानकारी मिल जाएगी कि शिक्षक समय पर विद्यालय में उपस्थित रहते हैं या नहीं। अगर कोई विद्यालय प्रधान उपस्थिति विवरणी सही नहीं डालते हैं। तो शिक्षा विभाग के आला अधिकारी क्रॉस वेरिफिकेशन स्थलीय जांच के के माध्यम से भी करवाएंगे।
गोल्डन ऐप को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने समग्र शिक्षा कार्यालय में विद्यालय प्रधान की आयोजित शुक्रवार की बैठक में जानकारी दी। साथ ही सभी विद्यालय प्रधान को एप का लिंक व्हाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध भी करवा दिया है। हालांकि पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 286 विद्यालय ने गोल्डन एप पर काम करना शुरू कर दिया है।
शिक्षा विभाग के इस कार्य को सराहा जा रहा है। वाकई में अगर शिक्षा विभाग इस ऐप के माध्यम से सही में मॉनिटरिंग करेगी तो सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था में भी बदलाव आएगा। जिले में कुछ ही सरकारी विद्यालय है जो बेहतर कार्य विद्यालय में कर रहे हैं। अन्यथा कई विद्यालय से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को ग्रामीणों एवं अभिभावकों के द्वारा शिकायत मिलती रहती है कि शिक्षक समय पर नहीं आते हैं और ना ही वर्ग का संचालन समय पर होता है।
ताजा आकड़ा के अनुसार 286 विद्यालय प्रधान ने गोल्डन ऐप के लिंक के माध्यम से छात्रों की उपस्थिति शिक्षकों की उपस्थिति एवं पुस्तकालय से लाभान्वित लेने वाले छात्रों की संख्या का विवरण भी भेजना शुरू कर दिया है। वही इसके अच्छे परिणाम आने की उम्मीद जताई जा रही है।