नई दिल्ली। राजस्थान की रैली में अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा दिए गए बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस की घेराबंदी तेज कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब लगातार इस मुद्दे पर हमलावर हैं और अब पार्टी की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि इससे कांग्रेस का असली चरित्र दिखाई दे गया है। राजनीतिक और व्यावहारिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा खो चुकी कांग्रेस अब नैतिक ²ष्टि से भी यह अधिकार खो चुकी है।
संविधान सभा के संदर्भ का उल्लेख करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने प्रश्न किया – कांग्रेस बताए कि सरदार बल्लभ भाई पटेल सही थे या राहुल गांधी सही हैं। भाजपा के नई दिल्ली स्थित केंद्रीय मुख्यालय में रविवार को पत्रकारों से बाचतीत में डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रहा है, त्यों-त्यों कांग्रेस और विपक्ष के असली स्वरूप के छिलके उतरते जा रहे हैं। शनिवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने से कौन सा फर्क पड़ता है, यह यहां क्यों बोलते हैं?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस राष्ट्र की एकता और अखंडता के साथ कितना अन्याय कर सकती है। कांग्रेस को क्षेत्रीय ताकतों का एक समूह बताते हुए कहा कि जनसंघ के संस्थापक बंगाल के सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर में जाकर भारत की एकता और अखंडता के लिए प्राण दिए। हम नारा देते हैं जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है। मुखर्जी का संकल्प पूरा करने के लिए गुजरात के सपूत नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो उसे पूरा करते हैं। यह राष्ट्रीय एकीकरण है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाते वक्त गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पीओके को क्या भूल जाएंगे? उसके लिए जान लड़ा देंगे।
खरगे के बयान पर कहा कि कांग्रेस को कश्मीर से फर्क नहीं पड़ता है। भारत को इतना पृथक-पृथक करके देखना है और दूसरी तरफ हमास के समर्थन में प्रस्ताव पारित करते हैं, जबकि भारत सरकार अपना स्पष्ट पक्ष फिलीपींस के पक्ष में दे चुकी थी। उस पर प्रियंका गांधी वाड्रा ट्वीट करती हैं, सोनिया गांधी लेख लिखती हैं, केरल में हमास में पक्ष में रैलियां होती हैं। बुरहानपुर में हमास में समर्थन में नारे लगते हैं। यह कांग्रेस के असली चरित्र को दिखा देता है।
भाजपा सांसद ने कहा कि कश्मीर की यह बात केरल से आती है, क्योंकि वहां मुस्लिम लीग कांग्रेस की प्रमुख गठबंधन पार्टी है। वायनाड में सबसे बड़ा समर्थक दल मुस्लिम लीग है। आज कांग्रेस उन्हीं बातों की मांग कर रही है, जो मुस्लिम लीग ने की थी। मुस्लिम लीग आजादी से पहले मोहम्मद अली जिन्ना की थी।
आजादी के बाद संविधान सभा के सदस्य बने मुस्लिम लीग नेताओं ने मांग की थी कि मुस्लिमों को अलग पहचान, नियम, चुनाव क्षेत्र मिलना चाहिए। तब सरदार पटेल ने झिड़की लगाई। भाजपा की ओर से पूछा गया है कि कांग्रेस बताए कि सरदार पटेल सही थे या राहुल गांधी सही हैं। जो भाव मुस्लिम लीग का था, वह कांग्रेस का है और जो सरदार पटेल का था, वह भाजपा का है।