लखनऊ: आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव का शोर चल रहा है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल इसे सेमीफाइनल की तरह समझ रहे हैं. इसी वजह से सभी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन यूपी में सत्ताधारी बीजेपी के लिए कई महीनों से चल रहा किसान आंदोलन बड़ी चुनौती बना हुआ है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन की तरफ से बड़ा बयान आया है.
बीकेयू के महासचिव युधवीर सिंह ने सोमवार को एक बयान में कहा कि किसानों का संगठन ‘बीजेपी के खिलाफ नहीं’ है और उत्तर प्रदेश के लोग आगामी पंचायत चुनावों में किसी को भी चुनने के लिए स्वतंत्र हैं. बता दें कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय किसान यूनियन कृषि कानूनों को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी का विरोध कर रही है और यूपी में कई महापंचायतें आयोजित की हैं. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों से बीजेपी का बहिष्कार करने के लिए कहा है.
राकेश टिकैत और नरेश टिकैत ने चुप्पी साध ली
युधवीर सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर राकेश टिकैत और नरेश टिकैत सहित बीकेयू के शीर्ष नेताओं ने चुप्पी साध ली. टीओआई के मुताबिक राकेश टिकैत ने कहा, ”बीजेपी का समर्थन करने या समर्थन न करने का सवाल ही नहीं उठता. यह व्यक्तिगत व्यक्तित्व पर आधारित चुनाव है.” युधवीर सिंह ने यह भी कहा, ”हमने पंचायत चुनावों के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया है. किसान अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं.”