नई दिल्ली। डीएमके नेता ए राजा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने भारत और हिंदू धर्म को लेकर बेतुका बयान दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने भगवान श्री राम काम उपहास किया है। ए राजा ने अपने बयान में कहा कि भारत देश नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि ये एक उपमहाद्वीप है। राजा ने हनुमान जी की तुलना बंदर से भी की है। ए राजा के विवादित बयान के बाद बीजेपी डीएमके पर हमलावर हो गई है। साथ ही बीजेपी ने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि ए राजा ने भारत के विभाजन की मांग की है और उन्होंने भगवान राम का मजाक उड़ाया है। बीजेपी नेता ने अपनी पोस्ट में कहा कि डीएमके नेता लगातार नफरत भरी बयानबाजी कर रहे हैं। उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी के बाद ए राजा ने भारत के विभाजन की मांग की है। राजा ने भारत पर एक राष्ट्र के तौर पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि राजा ने मणिपुर के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी भी की है।
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगी ए राजा के बयान पर चुप हैं। गठबंधन के संभावित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी की चुप्पी स्पष्ट है।
मालवीय ने अपने एक्स अकाउंट पर ए राजा के बयान का एक वीडियो शेयर किया है। बीजेपी नेता के मुताबिक, राजा मदुरै में एक सभा में कह रहे हैं, ‘भारत एक राष्ट्र नहीं है। इसे अच्छी तरह से समझें। भारत कभी भी एक राष्ट्र नहीं था। एक राष्ट्र का मतलब एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति है। भारत एक राष्ट्र नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप है।’
राजा आगे कहते हैं, ‘यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है। मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है। ऐसे सभी राष्ट्रों से भारत बनता है। इसलिए, भारत देश नहीं है, यह एक उपमहाद्वीप है। यहां बहुत सारी परंपराएं और संस्कृतियां हैं। यदि आप तमिलनाडु आते हैं, तो वहां एक संस्कृति है। केरल में एक अलग संस्कृति है। दिल्ली एक और संस्कृति है। उड़िया, एक और संस्कृति है। आरएस भारती ने कहा कि मणिपुर के लोग कुत्ते का मांस खाते हैं। हां, यह सच है, वे खाते हैं। यह एक संस्कृति है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह सब हमारे दिमाग में है।’
डीएमके नेता ने ये भी कहा कि वह बीजेपी की विचारधारा को स्वीकार नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘अगर आप कहते हैं कि यह भगवान है, जय श्री राम है, भारत माता की जय है, तो हम और तमिलनाडु कभी भी भारत माता और जय श्रीराम को स्वीकार नहीं करेंगे। मैं रामायण में विश्वास नहीं करता, लेकिन कहानी के अनुसार यह कम्बा रामायणम है। चार भाइयों ने बंदर को भाई के रूप में स्वीकार किया।’