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भीषण रूप ले सकता है यास तूफान, तैनात की गई NDRF की 99 टीम


  1. नई दिल्ली,  । टाक्टे के बाद एक और चक्रवाती तूफान यास को लेकर उन इलाकों में तैयारियां तेज कर दी गई हैं जहां इसके आने की प्रबल संभावना है। NDRF अपनी 99 टीमों के साथ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु व अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में मोर्चे पर तैनात है। यह जानकारी NDRF के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने सोमवार को दी। केवल ओडिशा में NDRF की 18 टीमें तैनात है। बालासोर में 7 टीमें , भद्रक में 4 , केंद्रपाड़ा में 3, जाजपुर में 2, जगतसिंहपुर व मयूरभंज में एक-एक तैनात की गई। रिजर्व में चार टीमें रखी गई हैं।

इस क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल के साथ बैठक की और चक्रवात यास के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ( National President JP Nadda) भी आज बैठक के जरिए तैयारियों की समीक्षा बैठक करने का फैसला किया है।

इन इलाकों में चक्रवात के कारण होगी भारी बारिश

– पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना व हावड़ा, हुगली उत्तर 24 परगना के कई इलाकों में 25 मई को बारिश का अनुमान जताया गया है। 26 को पुरुलिया, बांकुरा, बर्धमान, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, बीरभूम व नादिया, मुर्शिदाबाद, दार्जिलिंग में भी भारी वर्षा होगी।

– असम और मेघालय के अधिकांश जगहों पर बारिश की संभावना है और कई जगहों पर 26 व 27 मई को भारी बारिश हो सकती है।

– 26 और 27 मई बिहार के अधिकांश जगहों में भारी बारिश हो सकती है और 28 मई को कुछ जगहों पर भीषण वर्षा का अनुमान है।

– पश्चिम बंगाल के मालदा, दार्जिलिंग, दिनाजपुर, कालिमपोंग, जलपाइगुड़ी, सिक्किम मे भारी बारिश होगी वहीं बांकुरा, पुरुलिया, बर्धमान, बीरभूम व मुर्शिदाबाद के कई जगहों पर 27 मई को इस तूफान के कारण बारिश का अनुमान जताया गया है।

– ओडिशा के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर NDRF की पांच टीमें पहुंच गई हैं।

– नादिया में Eastern 2 BN NDRF के कमांडर गुरमिंदर सिंह ने बताया, ‘तैयारियों के तहत NDRF ने 35 टीमों की तैनाती की है जिसमें से 2 उत्तर बंगाल और 33 दक्षिण बंगाल में हैं। हम कुछ टीमों को नॉर्थ 24 परगना से पश्चिम में भेज रहे हैं जहां तूफान का अधिक असर होने की संभावना है।’

– पुणे से NDRF की 7 टीमों को ओडिशा के भुवनेश्वर लाया गया जिन्हें राज्य के तटीय इलाकों में तैनात किया जाना है।

– IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा, ’25 मई तक यह बहुत तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप के बीच तट को छूने की संभावना है। खासकर पाराद्वीप और धामरा के लिए चेतावनी जारी की गई है।’ उन्होंने आगे बताया कि लैंडफॉल प्रक्रिया के दौरान जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालेस्वर में हवा की गति 150-160 किलोमीटर प्रति घंट रहेगी। इनके लिए चेतावनी जारी की गई है। पुरी, कटक, जासपुर और मयूरभंज में हवा की गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।’

– ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में NDRF ने अपने 99 टीमों को तैनात कर दिया है। यह जानकारी NDRF के DG एस एन प्रधान ने दी।

इस क्रम में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल के साथ बैठक करेंगे और चक्रवात यास को लेकर तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर आने वाले चक्रवात के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ( National President JP Nadda) सोमवार को उन सभी राज्यों के सांसदों से बात करेंगे जहां चक्रवाती तूफान यास (cyclone Yaas) के असर होने की संभावना है। यह बैठक आज शाम 5.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जाएगी।

बता दें कि इस चक्रवात के जोखिम को देखते हुए सशस्त्र सेना पूरी तरह तैयार है। शनिवार सुबह बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal) में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र में रविवार सुबह डिप्रेशन देखा गया आर सोमवार सुबह यह चक्रवात यास में बदल गया। यह जानकारी मौसम विभाग (India Meteorological Department, IMD) के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर मृत्युंजय मोहपात्रा (Dr Mrutyunjay Mohapatra) ने दी। IMD द्वारा जताए गए पूर्वानुमान के अनुसार इस चक्रवात में 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और इसकी स्पीड 185 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। मोहपात्रा ने बताया,’ यह भीषण रूप ले सकता है। यह पश्चिम बंगाल से होकर उत्तरी ओडिशा तट से 26 मई की शाम को टकराएगा।’