नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकार वार्ता में पिछली कांग्रेस सरकार पर अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए सीतलवाड़ को पुरस्कार देने का आरोप लगाया। राज्य सरकार के प्रवक्ता और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के मद्देनजर तीस्ता जावेद सीतलवाड़ जैसे लोगों से पुरस्कार वापस ले लिया जाना चाहिए, जिनका आचरण संदिग्ध हो जाता है और गिरफ्तार कर लिया जाता है।
सीतलवाड़ को गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते ने शनिवार को उनके मुंबई स्थित घर से उठाया था। बाद में उसे अहमदाबाद ले जाया गया और वहां की अपराध शाखा को सौंप दिया गया। अहमदाबाद की एक अदालत ने 2002 के गुजरात दंगों के सिलसिले में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने के आरोप में रविवार को सीतलवाड़ को 2 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
उच्चतम न्यायालय ने 2002 के गोधरा दंगों के बाद के मामलों में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा दी गई क्लीन चिट को चुनौती देने वाली याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी। सीतलवाड़ और उनका एनजीओ सुप्रीम कोर्ट में मोदी और अन्य के खिलाफ दायर याचिका में जकिया जाफरी (दंगों में मारे गए कांग्रेस नेता एहसान जाफरी की पत्नी) के साथ सह-याचिकाकर्ता थे।