भोपाल, । मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास के पास टेम और सुथालिया सिंचाई परियोजनाओं से प्रभावित लोगों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए धरना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज से मुलाकात की और बाद में दिग्विजय के साथ धरना स्थल पर शामिल हुए। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, क्योंकि कमलनाथ छिंदवाड़ा से भोपाल आए थे, जबकि शिवराज देवास जिले के चिड़ावड़ गांव जा रहे थे। पुलिस ने श्यामला हिल्स इलाके में शिवराज के घर की ओर जाने वाली सड़क को जाम कर दिया तो कांग्रेस नेता और बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री आवास के पास ‘रघुपति राघव राजाराम’ गाते हुए धरना दिया।
इसलिए दिया धरना
इससे पहले जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि शिवराज ने दिग्विजय को 23 जनवरी को दोपहर करीब 12 बजे बैठक के लिए समय दिया और 11 बजे से पहले संदेश किया गया। हालांकि दिग्विजय और उनके समर्थकों ने राजगढ़, भोपाल और विदिशा जिलों में टेम और सुथालिया परियोजनाओं से प्रभावित लोगों की समस्याओं को उजागर करने के लिए धरना दिया। दिग्विजय ने मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के समक्ष धरना देने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि यदि मुख्यमंत्री ने उन्हें 20 जनवरी तक मिलने का समय नहीं दिया तो वो धरना देंगे।
हजारों एकड़ भूमि हो जाएगी जलमग्न
वरिष्ठ नेता ने बाद में जानकारी दी कि उन्हें 21 जनवरी को सुबह 11.15 बजे मुख्यमंत्री से मिलने का समय दिया गया है। हालांकि शिवराज ने गुरुवार को अन्य अनिवार्यताओं का हवाला देते हुए नियुक्ति रद कर दी। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पूर्व में दो बांधों से प्रभावित लोगों की दुर्दशा को उजागर करते हुए कई पत्र लिखे, लेकिन सीएम ने अभी तक उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हजारों एकड़ भूमि जलमग्न हो जाएगी, जबकि कई गांव टेम और सुथालिया परियोजनाओं के कारण आंशिक रूप से या पूरी तरह से पानी के नीचे चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल, राजगढ़ और विदिशा जिलों में प्रभावित लोगों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है।