नई दिल्ली। सरकारी बैंकों का निजीकरण करने के सरकार के फैसले के खिलाफ बैंक कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन(UFBU) ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देशभर में आज और कल हड़ताल बुलाई है। इसपर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि पीएम बैंकों में काम करने वाले लोगों को परेशान कर रहे हैं।
खड़गे बोले, ‘बैंकों का राष्ट्रीयकरण इसलिए किया गया था कि गरीब लोगों को उसका फायदा मिले, सामान्य आदमी को भी लोन मिल सके और वह व्यवसाय कर सके। बैकों में काम करने वाले लोगों को प्रधानमंत्री परेशान कर रहे हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बैंकों को चंद लोगों के हाथ में देना चाहते हैं। बता दें कि यह हड़ताल 15 और 16 मार्च को होनी है।…और काफी जगहों से बैंक कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही है।
ऑल इंडिया बैंक एम्पलाॉइज एसोसिएशन (AIBEA) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने दावा किया कि इस हड़ताल में बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी और बैंक अधिकारी शामिल होंगे।
क्या है मामला
फरवरी में पेश आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के तहत दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। इन दो बैंकों का निजीकरण वित्त वर्ष 2021-22 में किया जाना है। इससे पहले सरकार आईडीबीआई बैंक में (IDBI Bank) में अपनी बहुसंख्यक हिस्सेदारी साल 2019 में एलआईसी को बेचकर इसका निजीकरण कर चुकी है। साथ ही सरकार पिछले चार वर्षों में 14 सरकारी बैंकों का विलय कर चुकी है।