- नई दिल्ली। कांग्रेस ने महंगाई और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जनता को राहत देने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। संसद के मानसून सत्र में महंगाई को बड़ा मुद्दा बनाने का एलान करते हुए कांग्रेस ने इस मसले पर विपक्षी दलों के साथ साझा रणनीति बनाकर सरकार पर हमला करने के अपने इरादे जाहिर कर दिए।
संसद सत्र से पहले महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के जागरूकता अभियान का आगाज करते हुए पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मोदी सरकार महंगाई पर जान बूझकर लगातार इन्कार की रणनीति अपना रही है मगर इससे जमीनी हकीकत नहीं बदलने वाली। पेट्रोल-डीजल के दाम में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ खाद्य व उपभोक्ता महंगाई से लोगों की ¨जदगी कठिन हो गई है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। चिदंबरम ने महंगाई के लिए सरकार की आर्थिक नीतियों और प्रबंधन की खामियों को जिम्मेदार ठहराया।
देश में बेरोजगारी दर आठ फीसद पार कर गई: चिदंबरम
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के 6.26 फीसद पहुंचने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अनाज, सब्जी, फल और यात्रा भाड़ा सब कुछ महंगा हो गया है। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के साथ सीएनजी और पीएनजी गैस के दाम भी इसी हफ्ते और बढ़ा दिए गए हैं। चिदंबरम ने कहा कि पहली बार दशकों बाद देश में बेरोजगारी दर आठ फीसद पार कर गई है। हरियाणा जैसे राज्य में तो बेरोजगारी दर 32 फीसद तक पहुंच गई है। चार करोड़ रोजगार तो अकेले लाकडाउन में चले गए। कांग्रेस की ओर से हालात सुधारने के लिए तीन प्रमुख मांगें रखते हुए उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दाम घटाने के लिए टैक्स व सेस में कटौती की जाए।