नई दिल्ली। रविवार को केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेने के बाद एस जयशंकर ने सोमवार को विभिन्न विदेशी राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। वह मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से भी मिले। इसके अलावा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं।
गौरतलब है कि भारत ने नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में पड़ोसी एवं हिंद महासागर क्षेत्र के सात देशों के राष्ट्राध्यक्ष को बुलाया था। मालदीव, श्रीलंका, बंग्लादेश के अलावा मॉरीशस, नेपाल, और भूटान के राष्ट्राध्यक्ष शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। सेशेल्स के उप-राष्ट्रपति अहमद अफीफ ने भी कार्यक्रम में शिरकत की थी।
मिलकर करेंगे काम
एस जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात के बाद कहा कि उम्मीद है कि भारत और मालदीव मिलकर काम करेंगे। एक्स पर उन्होंने लिखा “आज नई दिल्ली में मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात करके खुशी हुई। भारत और मालदीव के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद है।” पिछले साल मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद मोहम्मद मुइज्जू की यह पहली भारत यात्रा है।
अहम मुलाकात
मालदीव और भारत के संबंध हमेशा से काफी घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण रहे हैं, लेकिन मुइज्जू के कार्यभार संभालने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में काफी तनाव आ गए थे। उन्हें चीन समर्थित झुकाव के लिए जाना जाता है। मालदीव के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों के बाद उन्होंने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी। इस महीने की शुरुआत में भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह नागरिकों ने ले ली। ऐसे में मोहम्मद मुइज्जू से एस जयशंकर की मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है।
शेख हसीना से मिले
इधर, बंग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा, “आज बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। भारत-बांग्लादेश दोस्ती आगे बढ़ रही है।” बताते चलें कि जयशंकर मोदी की पिछली कैबिनेट में विदेश मंत्री थे। उन्होंने रविवार को फिर से केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली। इस बार भी उन्हें विदेश मंत्रालय का ही कार्यभार दिए जाने की संभावना है।